नई दिल्ली: बिहार में विधानसभा चुनाव दिनों दिन तेज़ी पकड़ता जा रहा है. साथ ही, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान की तनातनी भी बढ़ रही है. पिता रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद उनके धार्मिक कर्मकांडों को पूरा करने में व्यस्त एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान अभी तक सीधे तौर पर अपने चुनावी अभियान से दूर चल रहे हैं.


रीति रिवाज़ों के मुताबिक़, फ़िलहाल वो घर से नहीं निकल सकते लिहाज़ा उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आज पहली बार अपने उन उम्मीदवारों से बात की जो पहले चरण में पार्टी के उम्मीदवार हैं. पहले चरण की कुल 71 सीटों में से पार्टी के 42 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.


अपनी पहली चुनावी बातचीत में ही चिराग पासवान ने अपने तेवर साफ़ कर दिए. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फिर से जमकर निशाना साधा. एलजेपी अध्यक्ष ने कहा कि प्रवासी बिहारियों को बिहार आने से रोकने वाले मुख्यमंत्री के अंदर अब वो काम नहीं कर सकते.


पीएम के फोटो का इस्तेमाल करने को लेकर लगातार चिराग पासवान पर हमला हो रहा है. चिराग ने इस बहाने भी नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें पीएम के फोटो की ज़रूरत नहीं है क्योंकि पीएम से उनका दिल का रिश्ता है. उन्होंने पीएम से अपने रिश्ते को पिता पुत्र वाला बताते हुए कहा कि पीएम के फोटो की ज़रूरत नीतीश कुमार को है, उन्हें नहीं.


एलजेपी अध्यक्ष ने अपने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका नाम सुनते ही नेता भाग जाते हैं. चिराग ने अपने सभी उम्मीदवारों से साफ़ साफ़ कहा कि उनकी पार्टी का चुनावों में सिर्फ़ एक ही नारा है - बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट. उन्होंने पार्टी के सभी उम्मीदवारों को इसी एजेन्डा पर वोट मांगने को कहा है. उन्होंने नीतीश कुमार पर फिर आरोप लगाया कि वो अफसरों के इशारे पर काम करते हैं.


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