कटिहार: बिहार में बीपीएससी (BPSC) से दूसरे चरण में बहाल हुए शिक्षकों की जॉइनिंग प्रक्रिया चल रही है. इसी क्रम में गुरुवार (8 फरवरी) को एक फर्जी शिक्षक की गिरफ्तारी हुई है. कटिहार के शिक्षा विभाग के कार्यालय में सभी सफल अभ्यर्थियों के चेहरा का मिलान और अंगूठे का मिलान हो रहा था. इस दौरान एक शिक्षक के अंगूठे का मिलान नहीं हो सका तो उस पर शक हुआ. इसके बाद पूछताछ की गई तो उसने खुद ही सब बता दिया.


फ्रॉड शिक्षक ने अररिया में ट्रेनिंग भी ले ली


फ्रॉड शिक्षक की पहचान मधुबनी जिले के फुलपरास थाना क्षेत्र में सुग्गापट्टी गांव के रहने वाले ओंकार नाथ भिंडवार के रूप में की गई है. उसने कहा कि उसने परीक्षा नहीं दी थी. वह मुंबई में काम करता है. यहां किसी और ने उसके बदले परीक्षा दी थी. उसने स्वीकार किया कि फॉर्म भरने के बाद वह मुंबई चला गया था. दरभंगा के परीक्षा केंद्र में दिया था. रिजल्ट आने के बाद इस फर्जी अभ्यर्थी ने नए शिक्षक की ट्रेनिंग अररिया में ले ली और किसी को पता नहीं चला.


भागने लगा तो कर्मचारियों ने दौड़कर पकड़ा


पकड़े जाने के बाद फर्जी शिक्षक ओंकार नाथ भिंडवार भागने लगा लेकिन मौजूद कर्मचारियों ने दौड़कर पकड़ लिया. वहीं इस मामले में मजिस्ट्रेट सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि जांच के दौरान इस व्यक्ति का जब थंब इंप्रेशन और चेहरे का मिलान नहीं हुआ तो हमने उसे रोक दिया. इसके बाद पदाधिकारी को खबर की गई. जांच और पूछताछ के बाद उसे पकड़ लिया गया.


वहीं इस धोखाधड़ी के मामले में कटिहार डीपीएम रूबी कुमारी ने बताया कि एक मामला आया है जिसमें थंब इंप्रेशन का मिलान नहीं हो पाया है. फर्जी शिक्षक ने खुद इस बात को मान भी लिया है. अब ऐसे में आगे की कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि कई जिलों से इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं. कई जिलों से फर्जी शिक्षक अभ्यर्थी पकड़े जा चुके हैं.


यह भी पढ़ें- Patna Crime News: पटना में बंद कमरे से मिली महिला की लाश, हत्या की आशंका, बंगाल से जुड़ा कनेक्शन