पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को 12 फरवरी को फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करना है. इससे पहले बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) ने अपने 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया है. वहीं बाकी बचे विधायक भी जा सकते हैं. डर है कि कांग्रेस विधायकों को कहीं न तोड़ लिया जाए. अब कांग्रेस विधायकों के हैदराबाद भेजे जाने पर सोमवार (5 फरवरी) को बीजेपी नेता और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक (Ajay Alok) ने बड़ा बयान दिया है.


अजय आलोक ने कहा कि बिहार में ऑपरेशन लोटस नहीं चल रहा है. यहां कमल खिल चुका है. कांग्रेस को तोड़ने की जरूरत नहीं है. कांग्रेस में भागमभाग मची हुई है. कोई उधर तो कोई इधर भाग रहा है. राहुल गांधी कांग्रेस को संभाल नहीं पा रहे हैं.


'मांझी संतुष्ट नहीं तो सीएम से करें बात'


उधर दूसरी ओर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की ओर से की जा रही मांग पर भी अजय आलोक ने प्रतिक्रिया दी है. अजय आलोक ने कहा है कि जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन को अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग मिला है और मांझी इससे संतुष्ट नहीं हैं तो वो सीएम से बात करें. किस पार्टी से कौन मंत्री बनेगा, किसको कौन मंत्रालय मिलेगा यह तय करना सीएम नीतीश कुमार का विशेषाधिकार है. हो सकता है मांझी और उनके बेटे इस विभाग में एक्सपर्ट हैं इसलिए वही विभाग उनके बेटे को फिर दिया गया हो.


जो विभाग मिला उससे भी खुश नहीं हैं मांझी


बता दें कि जीतन मांझी का दर्द फिर छलका है. बीते रविवार को गया में उन्होंने कहा है कि 1984 से 2013 तक उन्हें अनुसूचित जाति जन जाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया. अब उनके बेटे को भी वही विभाग दिया गया है. दरअसल मांझी भारी भरकम मंत्रालय चाहते हैं. एक और मंत्री बनाने की भी मांग कर रहे हैं. इसी से जुड़े सवालों पर बीजेपी नेता अजय आलोक ने उक्त बातें कही हैं.


यह भी पढ़ें- Bihar News: जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, पहले मांग रहे थे 2 मंत्रालय, अब कह दी ये बड़ी बात