पटना: 'जन विश्वास' यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मंगलवार (20 फरवरी) को मुजफ्फरपुर में कहा कि कुछ लोग कहते हैं हमारी एमवाई (MY) की पार्टी है. हम कहते हैं माई (MY) के साथ-साथ बाप (BAAP) की पार्टी है. तेजस्वी के इस बयान पर अब राजनीति शुरू हो गई है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बीजेपी विधायक जीवेश कुमार मिश्रा (Jibesh Kumar Mishra) ने तेजस्वी के बाप वाले बयान पर चुटकी ली.


'तेजस्वी को निकालनी चाहिए जन अविश्वास यात्रा'


जीवेश मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी ने ठीक कहा कि एमवाई (मुस्लिम-यादव) ही नहीं बल्कि उनकी बाप (BAAP) की पार्टी है. पहले तो उनके पिता लालू सात साल सीएम रहे, फिर माता सीएम बनीं. बाप की सही परिभाषा तेजस्वी जानते हैं तो नेता प्रतिपक्ष अपनी पार्टी के वैसे नेता को बनाएं जो बहुजन समाज से आते हैं. उनकी रैली में हर जगह एमवाई समाज के लोग ही आएंगे और कोई नहीं. उनको जनविश्वास नहीं जनअविश्वास यात्रा निकालनी चाहिए. जनता का विश्वास खो चुके हैं.


आगे जीवेश मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी यह क्या बोल रहे हैं कि 17 महीने में बतौर डिप्टी सीएम जो उन्होंने काम किया वह नीतीश 17 साल में बतौर सीएम नहीं कर सके. आरजेडी के शासनकाल में एक लाख भी सरकारी नौकरी नहीं दी गई. नीतीश ने शुरुआत में ही एनडीए सरकार के समय सात लाख सरकारी नौकरी दी. आरजेडी जब-जब सत्ता में रही लूटने का काम किया गया. तेजस्वी के इस बात को खारिज करता हूं कि नीतीश के पास विजन नहीं न महागठबंधन से एनडीए में जाने का रीजन है.


जीवेश मिश्रा ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन में वैसे दल थे जो परिवारवाद को बढ़ावा दे रहे थे. लूटने का काम करते थे. भ्रष्टाचारी थे इस कारण नीतीश इंडिया गठबंधन से अलग हुए. तेजस्वी की जन विश्वास यात्रा से महागठबंधन को बिहार में लोकसभा चुनाव में कोई लाभ नहीं होगा बल्कि नुकसान होगा. बता दें कि तेजस्वी ने BAAP का तर्क दिया है कि, बी से बहुजन, ए से अगड़ा, ए से आधी आबादी यानी महिलाएं और पी से पुअर यानी आरजेडी गरीबों की पार्टी है. इसी पर जीवेश मिश्रा ने प्रतिक्रिया दी है.


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