पटना: बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद से अब पहले के किए गए कार्यों की समीक्षा हो रही है. दावा किया जा रहा है कि महागठबंधन की सरकार के समय कई विभागों में गड़बड़ी हुई है. अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सरकार में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने पीएचईडी (PHED) के टेंडर में गड़बड़ी की आशंका जताई है. महागठबंधन सरकार में आरजेडी के पास यह विभाग था. इसके मंत्री ललित यादव थे. अभी यह विभाग विजय कुमार सिन्हा के पास है.


सिंगल टेंडर रद्द, डबल टेंडर की होगी जांच


विजय सिन्हा ने पीएचईडी (लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग) में हुए कामकाज की समीक्षा के दौरान गड़बड़ी की आशंका जताई है और उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं. विजय सिन्हा के अनुसार महागठबंधन सरकार में 4500 करोड़ का टेंडर हुआ है. इसमें उन्होंने गड़बड़ी की आशंका जताई है. विजय कुमार सिन्हा के अनुसार सभी सिंगल टेंडर रद्द किए जाएंगे, डबल टेंडर की जांच होगी.


सीएम नीतीश कुमार के पास भेजी जाएगी रिपोर्ट


विजय कुमार सिन्हा का कहना है कि नियम के विरुद्ध जाकर कामकाज हुए हैं. हेरा-फेरी हुई है. वैसे सिंगल टेंडर हुए जिनको वंचित कर दिया गया था वैसे लोगों ने नाम बदलकर फिर टेंडर किया. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है. जो जांच रिपोर्ट आएगी उसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास भेजी जाएगी. सीएम नीतीश का आदेश है कि महागठबंधन सरकार के दौरान जो गड़बड़ी हुई है उसको जांच कर पकड़िए. उसी के तहत हम काम कर रहे हैं.


बता दें विजय सिन्हा के पास पीएचईडी समेत नौ मंत्रालय हैं. एनडीए सरकार की ओर से महागठबंधन सरकार में तेजस्वी के पास रहे स्वास्थ्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग के कामकाज और लिए फैसलों की समीक्षा करने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा ग्रामीण कार्य विभाग, पीएचईडी और खान एवं भूतत्व विभाग में हुए कामकाज की समीक्षा भी कराने के आदेश जारी किए गए हैं. खान व भूतत्व विभाग आरजेडी के रामानंद यादव व पीएचईडी विभाग आरजेडी के ललित यादव के पास था.


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