पटना: 'यास' तूफान की वजह से बिहार के कई जिलों में 26 मई से रुक-रुककर बारिश हो रही है. बारिश की वजह से आम लोग परेशान हैं. वहीं, किसान भी बदहाली के आंसू रो रहे हैं. बिहार की राजधानी पटना से सटा खुशरूपुर प्रखंड जो सब्जी की खेती के प्रसिद्ध माना जाता है, वहां के किसान लाखों का प्याज बर्बाद हो जाने की वजह से परेशान हैं. प्याज के साथ ही तैयार हरी सब्जियां भी बारिश के पानी में डूब चुकी हैं.


प्याज का दुश्मन है पानी


किसानों की मानें तो प्याज तैयार हो चुका था, वे उसे उखाड़ने की तैयारी में थे. इसी बीच भारी बारिश की वजह से किसानों की मेहनत और पूंजी दोनों बर्बाद हो गई. किसानों ने बताया कि पानी तैयार प्याज का दुश्मन होता है. पानी के संपर्क में आने से मात्र से प्याज सड़ जाता है और ये तो पूरा ही पानी में डूब चुका है.


किसानों ने बताया कि एक एकड़ में लगे प्याज से लगभग दो लाख रुपये आने की संभावना थी. लेकिन अब कुछ भी आना मुश्किल है. ऐसे में हमारी मांग है कि सरकार हमारी मदद करे. इधर, किसानों के बदहाली का मामला संज्ञान में आने के पटना के जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह शनिवार को खुद खुसरूपुर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. 


जायजा लेने के बाद उन्होंने कहा कि जिला कृषि पदाधिकारी समेत जिले के सभी प्रखंड स्तरीय कृषि पदाधिकारी को सर्वेक्षण का निर्देश दिया गया है. फसल क्षति के सर्वेक्षण के आधार पर जल्द ही किसानों को फसल क्षति का उचित मुआवजा दिया जाएगा.


यह भी पढ़ें -


मांझी की नीतीश कुमार को नसीहत, लॉकडाउन समाधान नहीं; कोविड से निपटने के लिए करें ये काम


बिहार: कटिहार में जलमग्न हुआ अस्पताल, 'यास' ने खोली डिप्टी CM के गृह जिला के 'विकास' की पोल