सुपौलः जिले में तीन दिन से कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इसकी वजह से तटबंध के भीतर बसे लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. एक तरफ जरूरत के लिए घर से बाहर निकलने में परेशानी हो रही है तो वहीं हजारों एकड़ में लगी फसलें भी डूब चुकी है. एक माह बाद तिलयुगा, बिहुल, भूतही बलान आदि नदी भी बीते शनिवार से उफान पर है. शनिवार को कोसी का डिस्चार्ज एक लाख 93 हजार 585 था जो सोमवार को दो लाख 38 हजार 790 क्यूसेक पर पहुंच गया.


बताया जाता है कि निर्मली और मरौना प्रखंड क्षेत्र में फैले पानी से खेत में लगी हजारों एकड़ की फसल डूब चुकी है. अलावा कई गांवों की सड़क पर भी पानी चढ़ गया है. अचानक इस नदी में काफी पानी आने से लोगों की स्थिति फिर से खराब होने लगी है. प्रखंड क्षेत्र के ललमिनिया, इटहरी, सरोजा बेला कोनी, परसौनी, कुआटोल गांव में पानी घुस गया है, जिस कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है.


जलावन और अन्य जरूरी के सामान भी बर्बाद


कोसी के बीच से अपने घर को छोड़ लोग ऊंचे स्थानों पर शरण ले चुके लोगों को बारिश की वजह से परेशानी हो रही है. बारिश की वजह से जलावन और अन्य जरूरी सामान बर्बाद चुके हैं. गांव में पानी निकासी के लिए बने पुल को भी लोगों द्वारा बंद कर दिया गया था. कुछ लोगों की सूचना पर अंचलाधिकारी निरंजन सुमन ने शनिवार को इसे खुलवाया. सीओ ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ गांव में निकासी के लिए बने पुल को लोगों द्वारा जाम कर दिया है. इसके बाद उसे आकर खुलवाया गया है.


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