बिहार विधानसभा चुनाव (2025) में इस बार एक तरफ जहां एनडीए की बंपर जीत हुई तो दूसरी ओर एआईएमआईएम के भी पांच विधायकों को जीत मिली है. सबसे अधिक नुकसान महागठबंधन को हुआ है. इस बीच सियासी गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है कि एआईएमआईएम के विधायक टूट सकते हैं. ऐसे में अटकलों के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने बुधवार (10 दिसंबर, 2025) को प्रतिक्रिया दी है.

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उनसे पूछा गया कि आप लोगों ने हाल के दिनों में क्षेत्र की समस्या को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से और उपमुख्मंत्री सम्राट चौधरी से मुलाकात की. अब सवाल उठ रहा है कि आप किनके संपर्क में हैं? इस पर अख्तरुल ईमान ने कहा, "गरीबों पर सब लोगों का निशाना होता है. मीडिया को तो टीआरपी चाहिए. मैं ये कह रहा हूं कि विपक्ष के लोग क्या मुख्यमंत्री से नहीं मिलेंगे? मंत्री से नहीं मिलेंगे? विपक्ष के लिए मुख्यमंत्री या मंत्री अलग हैं क्या? हम लोग आखिर किससे मिलेंगे?" 

'मुझे विश्वास… ऐसा कुछ नहीं होने वाला'

इस सवाल पर कि पूर्व में देखा गया है कि 2020 विधानसभा चुनाव के बाद आपके चार विधायक टूटे थे. क्या दोनों गठबंधन की ओर से डोरे डाले जा रहे हैं? इस पर अख्तरुल ईमान ने कहा, "हमारे लोग मजबूत हैं. कुछ ऐसा नहीं होने वाला है. मुझे तो इन पर (जीते हुए विधायक) तो विश्वास है ही… इस बार जनता ने भी पार्टी छोड़ने वालों को ऐसी सजा दी है कि वो दोबारा ऐसी हिम्मत नहीं कर सकते हैं."

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बता दें कि अभी बीते सोमवार को ही एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के नेतृत्व में कोचाधामन विधायक सरवर आलम और जोकीहाट विधायक मुर्शीद आलम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. सम्राट चौधरी से भी ये लोग मिले थे. मुलाकात के बाद जोकीहाट सीट से विधायक मो. मुर्शीद आलम ने कहा था कि वे अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर सीएम से मिलने के लिए पहुंचे थे. मुर्शीद आलम ने नीतीश कुमार को अपना राजनीतिक गुरु बताया था. इसके बाद सियासी गलियारे में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं जिसके बाद अब पार्टी की ओर से प्रतिक्रिया दी गई है.

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