पटनाः भारतीय जनता पार्टी के सभी सात मोर्चों का राष्ट्रीय सम्मेलन हो रहा है. बिहार के बाहर से आए राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लगभग 700 सदस्य दो दिन से बिहार के 200 विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण करने में जुट गए हैं. बीजेपी ने इस मिशन को प्रवास यात्रा का नाम दिया है. सवाल कि बिहार में जब 243 सीट है तो बाकी 43 सीटों को बीजेपी क्यों भूल गई? बीजेपी जिस प्रवास यात्रा की बात कर रही है आखिर मिशन क्या है?

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दरअसल, बिहार में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. 30 और 31 जुलाई को कार्यकारिणी की बैठक होगी जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) उपस्थित होंगे. इसके साथ ही पूरे देश भर के सभी मोर्चों के राष्ट्रीय नेता नेता मौजूद होंगे, लेकिन कार्यकारिणी की बैठक से 2 दिन पहले से बिहार के 200 विधानसभा क्षेत्रों में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रवास का कार्यक्रम शुरू हो चुका है. सभी सदस्य 200 विधानसभा क्षेत्रों में घूम घूम कर लोगों से मिलेंगे.

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43 सीटें कौन सी जिसे बीजेपी ने छोड़ा?

सबसे अहम बात कि बीजेपी जिन 200 सीटों की बात कह रही है वह कौन सी सीट होगी इसकी कोई लिस्ट जारी नहीं की गई है. आखिर वह कौन सी 43 सीटें हैं जिसे बीजेपी ने छोड़ दिया है? बिहार बीजेपी प्रभारी हरीश द्विवेदी ने बताया कि कार्यकारिणी के बैठक के पहले 200 विधानसभा क्षेत्रों में बाहर से आये सभी प्रकोष्ठों के कार्यकारिणी सदस्य जनता से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को जानेंगे. कहा जा रहा है कि पार्टी ने उन्हीं विधानसभा क्षेत्रों को प्रवास कार्यक्रम से दूर रखा है जहां पार्टी का आधार काफी कमजोर है.

इधर, आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि किसी भी पार्टी को अपने संगठन को मजबूत करने की आजादी है लेकिन बीजेपी बैसाखी पर चल रही है. अकेले 10 सीट लाना बीजेपी के लिए मुश्किल है. शक्ति यादव ने सवाल किया कि आखिर 43 सीटें किसके लिए छोड़ी गई हैं? क्या जेडीयू को 43 सीटें बीजेपी देगी? बीजेपी अकेले चुनाव लड़कर दिखाए उसे औकात पता चल जाएगा.

क्या कह रही है बीजेपी?

बता दें कि 2020 के विधानसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी 110 सीटों पर चुनाव लड़ी थी जिसमें 74 सीट आई थी. 36 सीट बीजेपी हार गई थी, जिसमें 29 सीट पर दूसरे नंबर पर रही थी जबकि 7 सीटों पर पार्टी तीसरे नंबर पर थी. 2020 में फतुहा विधानसभा से बीजेपी से चुनाव लड़कर दूसरे नंबर पर रहे  ई. सत्येंद्र सिंह ने कहा कि हम लोगों को आदेश मिला है कि विधानसभा क्षेत्र में बाहर से आए कार्यकारिणी सदस्य को हर तबके के लोगों से मिलाना है. दबे कुचले वंचित लोगों से हम लोग सदस्य के साथ जाकर मिलेंगे. सरकार की योजनाओं के बारे में बताएंगे.

इधर, जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि हर पार्टी का अपना एजेंडा होता है.  बीजेपी किस एजेंडे पर काम कर रही है यह वही बता सकती है. हम लोग भी सभी 243 सीट पर तैयारी करते हैं और कर रहे हैं. यह अलग बात है कि गठबंधन है और चुनाव के वक्त सीटों का जब बंटवारा होता है तो सभी गठबंधन के साथी एक दूसरे की मदद कर चुनाव जितने में लगते हैं.

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