Swiss Report: बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बुधवार को कहा कि स्विस की रिपोर्ट में बेगूसराय को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया है. यह पश्चिमी पूर्वाग्रह को दर्शाता है. बीएसपीसीबी के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार शुक्ला ने सवाल किया कि बेगूसराय और भारत के अन्य शहरों की वायु गुणवत्ता का विश्लेषण करने के लिए केवल एक प्रदूषक, पीएम 2.5 को ही क्यों ध्यान में रखा गया? जब हम वायु गुणवत्ता के बारे में बात करते हैं, तो इसे ध्यान में रखते हुए एक व्यापक विश्लेषण किया जाना चाहिए.


बिहार पीसीबी ने उठाए सवाल


देवेंद्र कुमार शुक्ला ने कहा कि सभी प्रदूषक पीएम 2.5, पीएम 10 (10 माइक्रोन से कम के कण), नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, ओजोन, कार्बन मोनोऑक्साइड, अमोनिया और सीसा, इसे मैं वायु गुणवत्ता का व्यापक विश्लेषण नहीं कहूंगा. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में पश्चिमी पूर्वाग्रह है. बेगूसराय सिंधु-गंगा के मैदान में स्थित है और प्रदूषण के मामले में प्राकृतिक रूप से वंचित है. सिंधु-गंगा का मैदान दुनिया में जमा अबाधित जलोढ़ का सबसे बड़ा विस्तार है. जलोढ़ बहुत उपजाऊ होता है, यह ढीले असंगठित कणों से बना होता है. इससे सूखी जलोढ़ की मिट्टी हवा से उड़ने वाली धूल में महत्वपूर्ण योगदान देती है.


हम इस तथ्य से इनकार नहीं करते हैं कि हवा से उड़ने वाली धूल प्रदूषण की समस्या में महत्वपूर्ण योगदान देती है, लेकिन इससे हमारा ध्यान और प्रयास मानवजनित उत्सर्जन को रोकने के लिए समाधान तैयार करने से नहीं भटकना चाहिए.


'एक्यूआई में सुधार के लिए कर रहे हैं हर संभव उपाय'


बिहार पीसीबी के अधिकारी ने यह भी सवाल किया कि इस रिपोर्ट में ओजोन वायु प्रदूषण पर विचार क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कहा कि ओजोन वायु प्रदूषण के खराब स्तरों के संपर्क में आने से किसी भी अन्य प्रदूषक की तुलना में अधिक अमेरिकियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो जाता है. रिपोर्ट में केवल एक के डेटा को ध्यान में रखा गया है. चार मॉनिटरिंग स्टेशन बेगूसराय में स्थापित किया गया है. उन्होंने शहर के अन्य तीन स्टेशनों से डेटा नहीं लिया. वैसे भी, हम बेगूसराय के साथ-साथ राज्य के अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में सुधार के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं.


बता दें कि गंगा के उत्तरी तट पर स्थित बेगूसराय को बिहार की औद्योगिक राजधानी के रूप में जाना जाता है. पहले वहां अनेक कारखाने मौजूद थे. वहीं, स्विस संगठन ने मंगलवार को 'विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2023' जारी कर बेगूसराय को सबसे प्रदूषित महानगरीय क्षेत्र बताया है. 


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