पटना: बिहार में सरकार गठन से पहले नीतीश कुमार ने एक बड़ा बयान देकर सबको चौंका दिया है. आज एनडीए की बैठक में विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार ने कह दिया कि मैं तो मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था लेकिन बीजेपी के नेताओं के आग्रह और निर्देश के बाद ही मैंने मुख्यमंत्री बनना स्वीकार किया है. बताते चलें कि आज पटना में कई बैठकें हुईं.जेडीयू, बीजेपी की विधायक दल की बैठक के बाद एनडीए की बैठक के दौरान विधान मंडल के नेता के तौर पर सुशील मोदी के नाम का ऐलान किया गया. नीतीश कुमार के आवास पर एनडीए की बैठक के बाद उनके ही नेतृत्व में एक शिष्टमंडल आज गवर्नर हाउस पहुंचा जहां सभी ने मिलकर सरकार बनाने का दावा किया. नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार गठन का दावा पेश किया और 126 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा.कल यानि सोमबार को नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शाम 4.30 बजे शपथ ग्रहण करेंगें. बताते चलें कि इस बार के चुनाव में एनडीए में बीजेपी सबसे बड़ा दल साबित हुआ है जबकि जेडीयू को उसकी तुलना में कम सीटें आईं हैं ऐसे में मुख्यमंत्री पद को लेकर बिहार की गाजनीति खुब गरमाई लेकिन बीजेपी ने इन तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार के नाम की आधिकारिक ऐलान कर दी उसके बाद अब राज्यपाल के पास नीतीश कुमार ने सरकार बनाने की दावेदारी भी पेश कर दी है.
बिहार: एनडीए विधायक दल का नेता चुने जाने पर बोले नीतीश कुमार- मैं नहीं बनना चाहता था बिहार का मुख्यमंत्री
रजनी शर्मा | 15 Nov 2020 04:17 PM (IST)