रोहतासः छह अक्टूबर को रोहतास के अमझोर थाना क्षेत्र के भदसा गांव में एक आरोपी की खोजने के लिए पहुंची पुलिस ने घर में घुसकर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया था. वीडियो वायरल होने के बाद एसपी आशीष भारती ने मामले की जांच के लिए डेहरी के एएसपी नवजोत सिमी को भेजा, लेकिन जांच के बाद सिर्फ एक एएसआई को लाइन हाजिर कर मामले की लीपापोती हो गई है. 


पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया है कि जब आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस घर गई थी तो उस दौरान महिला पुलिसकर्मी भी उनके साथ थीं. हालांकि जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें कहीं भी महिला पुलिस की तस्वीर नहीं है. अब सिर्फ एक पुलिस पर कार्रवाई किए जाने के बाद पीड़ित महिलाओं में आक्रोश है. इस दौरान महिलाओं ने एसपी आशीष भारती पर गंभीर आरोप भी लगाया है.


मूकदर्शक बने थे अमझोर थाना के प्रभारी


बता दें कि छह अक्टूबर को रंजीत यादव नाम के एक शख्स को पुलिस खोजने के लिए उसके घर गई थी. इस दौरान वह घर पर मौजूद नहीं था तो पुलिस ने उसकी बुजुर्ग मां, बहन और पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार किया था. इस दौरान अमझोर के थानाध्यक्ष अजय कुमार भी मौजूद थे. पीड़ित परिवार की महिलाओं ने इस पूरे प्रकरण का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. वीडियो में थानाध्यक्ष अजय कुमार की उपस्थिति में एक जमादार महिलाओं के साथ मारपीट कर रहा है और थानाध्यक्ष वायरल वीडियो में मूकदर्शक बने हुए दिख रहे हैं. बताया जाता है कि घर के बाहर भी महिलाओं की पिटाई की गई. कई महिलाओं ने तो अपनी पीठ पर जख्म भी दिखाया.


महिलाओं ने एसपी पर लगाए गंभीर आरोप


पीड़ित महिलाओं ने आरोप लगाया है कि रोहतास के एसपी आशीष भारती और आरोपी थानाध्यक्ष अजय कुमार एक ही जाति वर्ग से आते हैं. थानाध्यक्ष खुद को एसपी आशीष भारती का करीबी रिश्तेदार बताता है, इसलिए डिहरी के एएसपी नवजोत सिमी ने जांच रिपोर्ट में थानाध्यक्ष को क्लीनचिट दे दी. पीड़ित महिलाओं ने कहा कि वह अब इस मामले में अब पटना तक जाएंगी.



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