सहरसा: बिहार में जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) को लेकर सियासी घमासान मचा है. जेडीयू की तरफ से कई नेता उपेंद्र कुशवाहा पर जमकर बरस रहे हैं वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने भी कह दिया है कि जिसको जाना है चले जाएं. इसी कड़ी में पूर्व कला संस्कृति मंत्री डॉ. आलोक रंजन (Dr. Alok Ranjan) ने बयान दिया है कि जेडीयू (JDU) के बहुत सारे नेता बीजेपी (BJP) में आने के लिए बैठे हुए हैं. आलोक रंजन ने शुक्रवार को सहरसा स्थित अपने आवास पर मीडिया को यह बयान दिया है.


जेडीयू के छोड़ने के पीछे क्या तर्क?


आलोक रंजन ने बताया कि जब से जनता दल यू महागठबंधन के साथ गई है तब से जेडीयू के कई नेता आंतरिक रूप से नाराज हैं. उनको लगता है कि अब जनता दल यू का भविष्य इस राज्य में नहीं है इसलिए बहुत सारे ऐसे नेता हैं जो आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी में आना चाहते हैं. इसके लिए बहुत लोग संपर्क में हैं. बहुत ऐसे नेता मन बनाकर बैठे हुए हैं क्योंकि सबको जनता दल यू का भविष्य अंधकार लग रहा है.


उपेंद्र कुशवाहा पर क्या कहा?


जेडीयू में उपेंद्र कुशवाहा को लेकर आलोक रंजन ने कहा कि यह उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है, लेकिन उपेंद्र कुशवाहा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं और उन्होंने जो महत्वपूर्ण प्रश्न उठाया है कि महागठबंधन से क्या डील हुई है, क्या पार्टी कमजोर हो रही है तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को या जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को इन का जवाब देना चाहिए. इन प्रश्नों से उनको भागना नहीं चाहिए. 


आलोक रंजन ने यह भी कहा कि उपेंद्र कुशवाहा पर बयान दिया जा रहा है कि जाना है तो जाएं, रहना हो तो रहें. इस प्रकार से वो बात करते हैं ऐसे में मुझे लगता है कि पार्टी के अंदर कोई प्रश्न उठा रहा है, वो भी कोई साधारण लोग नहीं बल्कि संसदीय दल के अध्यक्ष यह प्रश्न उठा रहे हैं तो उनको जवाब जरूर देना चाहिए.


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