Young Man Beaten To Death: बिहार के नालंदा में 500 रुपये के लिए दोस्तों ने युवक की पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शव को सुनसान इलाके में फेंक दिया था, जिस समय शव बरामद किया गया था उस समय हत्या का शक नहीं बल्कि संदिग्ध परिस्थिति में मौत के एंगल से मामला देखा जा रहा था. रविवार (28 अप्रैल) की शाम पुलिस ने इस हत्या में चौंकाने वाला खुलासा किया है.


टेक्निकल एविडेंस से हुआ खुलासा


दरअसल शव बरामद होने के समय सोहसराय थाना पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया था, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के रहस्य से पर्दा उठा. युवक की मौत नशा के ओवरडोज से नहीं, बल्कि उसकी पीट-पीटकर हत्या की गई थी. मृतक की पहचान बीच बाजार निवासी स्व. दिलीप साव का 19 वर्षीय पुत्र कारू कुमार के रूप में हुई थी.


पिछले सप्ताह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने टेक्निकल एविडेंस को इकट्ठा कर हत्या के एंगल से जांच शुरू की. इस मामले में नाबालिग संग दो नशेड़ी को गिरफ्तार किया गया. फिर कड़ाई से पूछताछ की गई तब हत्या का चौंकाने वाला खुलासा हुआ.


बताया गया कि युवक कारू कुमार के पास 500 रुपये बकाया था. पैसा मांगने पर नहीं देने की बात कही गई फिर नशे की हालत में पीट पीटकर कर हत्या कर दी गई थी. गिरफ्तार आरोपियों में बीच बाजार निवासी मुन्ना यादव का पुत्र पिंटू कुमार और एक नाबालिग शामिल है.


क्या है पूरा मामला?


बीते 27 मार्च को सोहसराय थाना पुलिस ने इलाके के सलेमपुर के पंचाने नदी किनारे झाड़ी से शव बरामद किया था. मौके से नशीली दवा का रैपर भी मिला था जिसके बाद नशे के ओवरडोज से मौत का अंदेशा जताया जाने लगा था. सोहसराय थानाध्यक्ष राजमणि ने बताया कि कारू कुमार का शव मिलने के बाद भाई के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या का खुलासा हुआ.


इसके बाद केस के अनुसंधानकर्ता जमादार प्रदीप कुमार चौधरी के बयान पर हत्या का केस दर्ज हुआ. सूचना तंत्र से पता चला कि घटना के पहले कारू को पिंटू और एक नाबालिग के साथ घूमते देखा गया था, दोनों संदिग्धों से पूछताछ की गई तब दोनों ने हत्या की बात कबूल की. पकड़े गए दोनों आरोपी भी नशेड़ी हैं.


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