पटना: नवादा जिले में शराब माफियाओं के साथ कथित संबंधों के आरोप में एक थानाध्यक्ष (एसएचओ) सहित चार पुलिसकर्मियों को बिहार पुलिस ने निलंबित कर दिया है. नवादा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डी.एस. सांवलाराम ने घटना की पुष्टि की. उन्होंने विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट पर कड़ी कार्रवाई की है जो कि शराब के अवैध मामले की जांच के लिए बनाई गई थी. 29 मार्च को हुई घटना में 15 लोगों की जान चली गई थी जबकि 4 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी. मृतक व्यक्तियों ने होली मनाने के लिए 29 मार्च को शराब का सेवन किया था.


सावलाराम ने कहा, "निलंबित पुलिस अधिकारियों में, कौवाकोल पुलिस स्टेशन के एसएचओ मनोज कुमार, कौवाकोल के एएसआई और टाउन पुलिस स्टेशन के दो उप-निरीक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाता है." उनके अलावा, सावलाराम ने 45 अन्य पुलिस अधिकारियों को नवादा जिले में स्थानांतरित किया है. अधिकारी ने कहा कि वे अपने कर्तव्य को कुशलता से नहीं निभाने के दोषी थे.


शराब का सेवन करने से कई लोगों की हुई थी मौत


इससे पहले, नवादा एसपी ने एसआईटी जांच के दौरान दोषी पाए गए सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) देवेंद्र कुमार, एएसआई -2 संजय कुमार, हेड कांस्टेबल रतन रजक और कांस्टेबल मुकेश कुमार सिंह को बर्खास्त कर दिया था.


नवादा पुलिस की एसआईटी ने 6 अप्रैल को खरडी बीघा गांव के सूरज चौधरी ऊर्फ कारकू चौधरी, गोंडापुर के पप्पू यादव, बुधौल गांव के अनिल चौधरी और मंटी देवी को गिरफ्तार किया. नवादा जिले के अलावा, बेगूसराय में दो व्यक्तियों और रोहतास जिले में 5 व्यक्तियों की भी होली पर शराब का सेवन करने से मौत हो गई थी.


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