Bihar Floor Test News: बिहार में जिस तरह से बीजेपी ने हाथ से निकली बाज़ी को पलट दिया वो भी अपने आप में बेहद ही दिलचस्प है. सोमवार को फ्लोर टेस्ट होने से ठीक चौबीस घंटे तक पहले लग रहा था कि बिहार में सत्ता की बाजी NDA के हाथ से निकल सकती है लेकिन दिल्ली से गए एक फोन कॉल ने वहां का पूरा सियासी नजारा ही बदल दिया. अमित शाह (Amit Shah) ने HAM के संरक्षक और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी से फोन पर बातचीत की थी. शाह ने मांझी को दो बार फोन किया. दोनों के बीच दोनों ही बार काफी लंबी बातचीत हुई. 


अमित शाह और मांझी के बीच बातचीत में किसने क्या कहा ये तो पता नहीं चला लेकिन पटना में इसका असर साफ दिखने लगा. सुबह फ्लोर टेस्ट के लिए जीतन राम मांझी जब बिहार विधानसभा पहुंचे तो उनके साथ केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय भी थे. मांझी के साथ नित्यानंद राय की मौजूदगी अपने आप में बड़ा मैसेज था. ये साफ समझ में आने लगा था कि मांझी मान चुके हैं और NDA के साथ रहेंगे.






बिहार में फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले जेडीयू के चार विधायक अचानक पार्टी के रडार से बाहर हो गए थे. 4 विधायक वाले जीतन राम मांझी भी एनडीए की कमज़ोर कड़ी के तौर पर दिखाई देने लगे थे. मांझी ने 10 फरवरी को लेफ्ट के विधायक महबूब आलम से मुलाकात की थी. इसके बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि मांझी पाला बदल सकते हैं. ऐसे में सत्ता पक्ष की चिंता काफी बढ़ी हुई थी लेकिन रविवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 8 बजे तक चले NDA के ऑपरेशन ने पूरा सियासी सीन ही बदल दिया. सियासी रणभूमि भले ही पटना की थी लेकिन इन 12 घंटों तक नीतीश कुमार के साथ मिलकर अमित शाह दिल्ली से ही बिहार की सियासत को हैंडल करते रहे.


NDA की बढ़ गई थी चिंता


जब बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तब जेडीयू की विधायक बीमा भारती, दिलीप राय का अता-पता नहीं था. बीजेपी के तीन विधायक रश्मि वर्मा, भागिरथी देवी, मिश्रीलाल यादव भी सदन में नहीं थे. बीजेपी और जेडीयू के नेता लगातार कह रहे थे कि उनके सारे विधायक सदन में पहुंच जाएंगे लेकिन वहां से जिस तरह विधायकों को तोड़ने की कोशिश किए जाने की खबरें आ रही थीं वो NDA की चिंता बढ़ा रही थी हालांकि बीजेपी की सेंट्रल लीडरशिप लगातार एक्शन में थी और अमित शाह ने सबकुछ ठीक कर दिया.


तेजस्वी का दांव पड़ गया उल्टा


बिहार में जब से नीतीश ने आरजेडी से नाता तोड़कर बीजेपी की मदद से सरकार बनाई थी, तेजस्वी तभी से कह भी रहे थे कि खेला होगा. सोमवार (12 फरवरी) को जब फ्लोर टेस्ट हुआ तो दांव उल्टा पड़ गया और आरजेडी के साथ ही खेला हो गया. तेजस्वी के खेले को लेकर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी खेला करने की बात कर रहे थे. खेला उनके साथ ही हो गया. हम लोग खुद बड़े खिलाड़ी हैं. बीजेपी के बारे में तेजस्वी को पता नहीं है. हमलोगों के विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई लेकिन कोई बिका नहीं. आरजेडी के तीन विधायक टूट गये और बिहार में फिर से डबल इंजन की सरकार बन गई. बहरहाल बिहार के फ्लोर टेस्ट ने 2024 के चुनाव से पहले NDA को नया बूस्टर डोज़ दे दिया है.


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