पटना : बिहार की राजनीति की इस वक्त की सबसे बड़ी खबर ये है पटना के निगरानी थाने में आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव के खिलाफ बीजेपी के विधायक ललन पासवान की ओर से एफआईआर दर्ज कराया गया है. निगरानी थाने में दर्ज कराए गए एफआईआर में टेलीफोन से मंत्री पद का प्रलोभन देने के साथ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने जैसे गंभीर आरोपों के साथ मामला दर्ज कराया गया है.
विधान सभा अध्यक्ष पद के चुनाव के एक रात पहले से वायरल हो रहे ऑडियो में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी के पीरपैंती सीट से विधायक ललन पासवान को लालू यादव ने कॉल कर स्पीकर के लिए होने वाली वोटिंग से अनुपस्थित होने के लिए कहा.हालांकि आरजेडी इस ऑडियो की सत्यता पर लगातार सवाल खड़े कर रहा है.
भाजपा विधायक ने किया निगरानी थाने में लालू प्रसाद यादव पर मुकदमा में लिखी ये बातें
थाना अध्यक्ष,
निगरानी थाना, पटना
मैं ललन कुमार, पिता स्व. शिवनाथ पासवान, निवासी- बारा, थाना- ईशीपुर-बाराहाट, जिला भागलपुर, विधायक,पीरपैंती,विधान सभा क्षेत्र संख्या 154, नवनिर्वाचित सदस्य, बिहार विधान सभा 2020, आज दिनांक - 26.11.2020 को आपको यह लिखित सूचना दे रहा हूँ कि दिनांक - 24.11.2020 को समय 6.19 अप. मेरे मोबाइल संख्या - 9771710340 पर मोबाइल संख्या - 8051216302 से एक टेलीफोन आया। फोन उठाने पर दूसरी तरफ से बताया गया कि मैं लालू प्रसाद यादव बोल रहा हूँ, तब मैंने समझा की शायद चुनाव जीतने के कारण वो मुझे बधाई देने के लिए फोन किये है, इसी लिए मैंने उनको कहा, आपको चरण स्पर्ष। उसके बाद उन्होंने मुझे कहा कि वो मुझे आगे बढ़ाएंगे और मुझे मंत्री पद दिलवाएंगे, इसीलिये दिनांक- 25.11.2020 को बिहार विधान सभा अध्यक्ष की चुनाव में मैं अनुपस्थित होकर अपना वोट नहीं दूँ। उन्होंने यह भी बताया की इस तरह से वो कल NDA की सरकार गिरा देंगें। इसपर मैंने उन्हें कहा कि मैं पार्टी का सदस्य हूँ, ऐसे करना मेरे लिए गलत होगा, उसपर उन्होंने मुझे पुनः प्रलोभन दिया और कहा कि आप सदन से गैरहाजिर हो जाइए और कह दीजिये कि कोरोना हो गया है बाकि हम देख लेंगें.
बताते चलें कि राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव रांची में चारा घोटाला केस में सजायाफ्ता हैं, उन्होंने जानबूझ कर सोची समझी साजिश के तहत मुझे राजनीति में आगे बढ़ाने और मंत्री बनाने का लालच देकर मुझ जैसे विधायक जो एक जन सेवक है उसका वोट खरीदने एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी की सरकार को गिराने के लिए जेल के अंदर से फोन लगाकर मुझसे मोबाइल फोन पर सम्पर्क किया एवं मेरा वोट अपने एवं अपनी पार्टी के महागठबंधन के पक्ष में लेने की कोषिष की एवं मुझसे भ्रष्टा आचरण कराने का प्रयास किया.
अतः श्री लालू प्रसाद यादव के विरुद्ध भारतीय दंड विधान एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाय.