बगहा: पश्चिमी चंपारण के बगहा में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. घटना जिले के चौतरवा थाना क्षेत्र की है, जहां सनकी साधु ने घास काट रही महिला के साथ दुष्कर्म की कोशिश की. लेकिन तभी महिला की दो नाबालिग बच्चियों ने शोर मचा दिया. ऐसे में हवस मिटाने में असफल रहे साधू ने दोनों बच्चियों के सामने ही उनकी मां का सिर धड़ से काटकर अलग कर दिया. इस घटना को अंजाम देने के बाद वह मौके से फरार हो गया.


गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही पुलिस


इधर, घटना संज्ञान में आने के बाद पुलिस साधु की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. लेकिन वह अब तक गिरफ्त में नहीं आया है. बता दें कि आरोपी दुष्कर्म के मामले में पूर्व में भी एक साल की सजा काट चुका है. साल 2008 में घास काटने गई महिला के साथ उसने जबरदस्ती करनी चाही थी, लेकिन महिला के शोर मचाने पर उसका ससुर वहां आ धमका, जिसने साधु को रोक दिया. इससे नाराज होकर उनसे ससुर की नाक काट दी थी. इस मामले में साधु को एक साल की सजा हुई थी. वहीं, घटना के छह महीने बाद नाक कटने से घायल सुखदेव की मौत हो गई थी.


ग्रामीणों की मानें तो ये साधु देर रात गांव और खेत में घूमता है और महिलाओं व बच्चियों को अपने हवस का शिकार बनाता है. इस बात से ग्रामीणों में काफी दहशत फैल गई है. वो रात को सोने के बजाय पहरा देने में जुट गए हैं. इस मामले में एसडीपीओ कैलाश प्रसाद का कहना है कि पूरा मामला सत्य है. साधु की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है. आरोपी दियरा और गन्ने के खेत का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो जा रहा है. लेकिन उसे जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा.


नौ लोगों को जान से मारने की दी धमकी


वहीं, दरिंदे साधु ने खेतों के पास से चीखकर नौ लोगों को जान से मारने की धमकी भी दे रखी है. इस बात से लोग खौफजदा हैं. लोगों की मानें साधु दिन भर गन्ने की खेत में छिपा रहता है और शाम होते ही गांव में दाखिल हो जाता है. उसके हाथों में फरसा, गड़ासा और एक पिस्टल भी रहता है. उसने पूरे गांव दहशत फैला रखी है. वो खेत से ही चिल्ला-चिल्ला कर नौ लोगों को मारने की धमकी देता है, जिससे डरे सहमे ग्रामीणों ने खेतों में जाना भी बंद कर दिया है.


वहीं, महिलाएं और बच्चियां शाम होते ही घर से निकलना बंद कर देती हैं. पूरे गांव में दिन रात साधु की ही चर्चा होती है. आस-पास के गांव के लोगों को भी साधु का डर सता रहा है, वे उसकी शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.



यह भी पढ़ें -


Bihar Caste Census: सुशील मोदी बोले- केंद्र सरकार कर चुकी है तैयारी, अंतिम समय में जातीय जनगणना कराना संभव नहीं


Bihar Politics: तेजस्वी यादव का केंद्र और राज्य सरकार पर हमला, कहा- बाढ़ के समाधान के लिए नहीं हो रही ईमानदार कोशिश