नालंदा के पावापुरी थाना के पूरी गांव में शुक्रवार की शाम को कर्ज से परेशान एक दुकानदार ने अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ जहर खा लिया. सभी ने सल्फास की गोली खाई थी, जिससे उनकी हालत बिगड़ गई. ग्रामीणों के सहयोग से सभी को इलाज के लिए विम्स लाया गया, जहां इलाज के दौरान दो बेटियों की मौत हो गई.
देनदारों ने किया था प्रताड़ित
घटना का कारण सूद नहीं देने पर देनदारों के जरिए प्रताड़ित करना बताया जा रहा है, जहर खाने वालों में दुकानदार धर्मेंद्र कुमार उनकी 38 वर्षीया पत्नी सोनी कुमारी, 14 साल की बेटी दीपा, 16 साल की अरिका और 15 साल का पुत्र शिवम कुमार शामिल है. इलाज के दौरान दीपा और अरिका की मौत हो गई, पीड़ित धर्मेंद्र जलमंदिर के पास श्री काली मां साड़ी सेंटर नामक दुकान चलाते हैं.
पीड़ित का पैतृक घर शेखपुरा जिला के परनकमा गांव है, पावापुरी में परिवार किराए के मकान पर रहता था, ग्रामीणों ने बताया है कि दंपती को तीन पुत्री और दो पुत्र है, छोटा पुत्र 7 वर्षीय सत्यम ने जहर नहीं खाया था. तड़पते हुए मां ने एक परिवार को कॉल कर कहा कि वे परिवार संग जहर खा लिए हैं, छोटे बेटे का आप पालन पोषण कर दीजिएगा, जिसके बाद उस परिवार ने किसी तरफ पड़ोसी को सूचना दी. उसके बाद मौके पर पहुंचकर सभी को अस्पताल ले गए.
बताया जाता है कि शिकरपुर गांव निवासी कुछ लोग ब्याज की रकम नहीं देने पर पीड़ित के साथ गाली गलौज करते थे, इसी कारण सभी ने परेशान होकर जहर खाया लिया. रामू नामक युवक घर आकर गाली गलौज करता था,
मामले की जांच में जुटी पुलिस
इस सिलसिले में राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिलने के बाद जांच में जुट गई है, पूछताछ की जा रही है. कर्ज से परेशान होने के कारण यह कदम पीड़ित परिवार के लोगों ने उठाया है. जांच कर दोषी पाए जाने वाले पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, दो की मौत हो गई है तीन का इलाज चल रहा है.
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