पटना: लंबे समय के इंतजार के बाद बिहार में आज नीतीश कैबिनेट का विस्तार होना है. पटना स्थित राजभवन में 12:30 बजे से आयोजित कार्यक्रम में बीजेपी के 9 और जेडीयू के 8 नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे. हालांकि कार्यक्रम से पहले बिहार बीजेपी में घमासान शुरू हो गया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मिली जानकारी अनुसार ज्ञानू मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं. हालांकि, उन्होंने ये बात खुद स्वीकार नहीं की है.


मंत्रिमंडल में शुरुआत से है कमी


इस संबंध में ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने एबीपी से बातचीत के दौरान कहा कि इस मंत्रिमंडल में शुरू से कमी नजर आ रही है. पिछली बार मंत्रिमंडल में पिछड़ी जाति के दो नेता डिप्टी सीएम बनाये गए, जबकि 50 प्रतिशत से अधिक अपर कास्ट के लोग जीत कर आए हैं. बीजेपी ने उनमें से किसी को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया. जबकि दो-चार बार से जीतने वाले नेताओं को उपमुख्यमंत्री बनाया गया.


डिप्टी सीएम रेणु देवी पर साधा निशाना


उन्होंने कहा कि अनुभवहीन नेताओं को उपमुख्यमंत्री बनाया गया. सुशील मोदी बहुत ही अनुभवी व्यक्ति हैं. लेकिन उन्हें हटा दिया गया और ऐसी महिला को उपमुख्यमंत्री बनाया गया जो स्पीकर का नाम भी सही नहीं जानती हैं. वो स्पीकर को विजय प्रसाद श्रीवास्तव बता रही थीं. जिस उपमुख्यमंत्री को अपने पार्टी से चुने गए स्पीकर का नाम नहीं पता तो सोचिए वो किस प्रकार काम करेगी.


अपर कास्ट के नेताओं की कदर नहीं 


एबीपी न्यूज से बात करते हुए ज्ञानू ने कहा कि सभी नौसिखिए नेता को मंत्री बना दिया गया है. सारे के सारे अनुभवहीन हैं. जिनपर दाग हैं, कई केस दर्ज हैं, उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. बीजेपी को अपर कास्ट ने खड़ा किया, अपना वोट दिया और उन्हीं की वैल्यू नहीं है.


मिथिलांचल से किसी पिछड़े को मंत्री बना दिया 


उन्होंने कहा कि बीजेपी में 16 अपर कास्ट से एमएलए चुनाव जीतकर आये हैं. ऐसे में उनमें से कम से कम 4 मंत्री और एक उपमुख्यमंत्री बनना चाहिए था. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, यहां तक कि जगरनाथ मिश्रा जैसे व्यक्ति के परिवार से नीतीश मिश्रा जो अनुभवी और पढ़े लिखे हैं, उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया और उनकी जगह मिथिला से किसी पिछड़े को मंत्री बना दिया गया.


बीजेपी को बना दिया यादव और बनिया की पार्टी


ज्ञानू ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने पिठ्ठू लोगों को मंत्री बनाया है. ये नरेंद्र मोदी और अमित शाह के सोच के विपरीत बिचौलियों की तरह लोगों को गलत रूप से कन्विंस कर मंत्रिमंडल विस्तार करवा रहे हैं. इन लोगों ने बीजेपी को यादव और बनियों की पार्टी बना दी है. जबकि एक भी यादव ने एनडीए को वोट नहीं दिया. बनिया समाज के लोगों ने कुछ वोट दिए हैं.


अंत में उन्होंने कहा कि मुझे मंत्री बनना कोई जरूरी नहीं था, पर सही लोगों को मंत्री बनना जरूरी था. मंत्री पद की एक सीमा है और ये मुख्यमंत्री का विशेष अधिकार है.


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