पटना: पैसे लेकर टिकट नहीं देने के आरोप में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi yadav), कांग्रेस नेता मदन मोहन झा (Madan Mohan Jha), राज्यसभा सांसद मीसा भारती (Misa Bharti) सहित छह नेताओं पर मामला दर्ज कर लिया गया है. पटना के एक कोर्ट के आदेश के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने ये कार्रवाई की है. दरअसल, कांग्रेस नेता संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) द्वारा सीजीएम न्यायालय में इन लोगों पर लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान पांच करोड़ रुपये लेकर टिकट नहीं दिए जाने को लेकर परिवाद पत्र दाखिल किया गया था, जिसकी सुनवाई के बाद कोर्ट ने पटना के कोतवाली थाने में मामला दर्ज करने का आदेश दिया था. 


आरजेडी ने सभी आरोपों को नकारा


मालूम हो कि बीते दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत छह नेताओं के खिलाफ पटना के एक कोर्ट द्वारा एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी होने के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया था. सत्ता पक्ष के नेता तेजस्वी और लालू परिवार पर हमला बोल रहे थे. इधर, बीते दिनों सभी आरोपों को नकारते हुए आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा था कि कुछ विक्षिप्त मानसिकता वाले लोग सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरह का काम करते हैं. ये वही लोग हैं जो खुद को होर्डिंग बैनर लगाकर प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताते हैं. इनके आरोप पर न्यायालय ने कैसे संज्ञान लिया, ये तो वो ही समझे. लेकिन ये सबको पता है कि ये जो आरोप लगाए गए हैं वो बकवास हैं , बेबुनियाद हैं.


उन्होंने कहा, " ये छपास रोग से पीड़ित लोग हैं , जो सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसा काम कर रहे हैं. आरोपों में कितना दम है, इसकी जांच न्यायालय को करनी चाहिए. उन्हें आरोप लगाने वाले की हैसियत भी देखनी चाहिए कि वो पांच करोड़ देने के योग्य हैं या नहीं. बिना सबूत के आरोप लगाने पर संज्ञान लेना सही नहीं है. इसका जवाब दिया जाएगा कानूनी तौर पर. आरोप सर्वथा गलत है."


क्या है पूरा मामला?


मालूम हो कि आरजेडी (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav), मीसा भारती सहित छह लोगों के खिलाफ कोर्ट ने प्राथिमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था. पटना सिविल कोर्ट में दायर परिवाद पत्र मामले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने यह आदेश दिया है. इस मामले में एफआईआर (FIR) करने के लिए परिवाद पत्र को कोतवाली थाने भेजा गया था. मामला लोकसभा चुनाव में टिकट देने के नाम पर पांच करोड़ रुपये ठगने का है. साथ ही तेजस्वी यादव पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है.


बताया जाता है कि कांग्रेस नेता व अधिवक्ता संजीव कुमार सिंह ने पटना के सीजेएम (CJM) की अदालत में पिछले महीने 18 अगस्त को एक परिवाद पत्र दायर किया था. उसमें संजीव कुमार सिंह ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राज्यसभा सदस्य मीसा भारती और बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा समेत छह लोगों पर आरोप लगाया है. इसके बाद 16 सितंबर को पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा के जरिए कोतवाली थानाध्यक्ष को केस दर्ज करने का आदेश दिया गया था.



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