पटना: बिहार में बीजेपी अब करेगी कृषि बिल के समर्थन में आज से किसान सम्मेलन की शुरूआत. आज यानि 13 दिसंबर से 25 दिसम्बर के बीच होने वाले इस सम्मेलन में पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता, विधायक और मंत्री शामिल होंगे. इसकी शुरुआत के साथ आज प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद पटना बख्तियारपुर में पहला सम्मेलन करेंगे.



कृषि कानून के समर्थन में राज्य के हर जिले में किसान सम्मेलन किया जाएगा वहीं सभी विधानसभा क्षेत्र में किसान पंचायत का आयोजन भी किया जाएगा.सम्मेलनों के जरिए जनता को इस बात से अवगत कराया जाएगा कि किसान बिल उनके पक्ष में है न कि इससे उनका नुकसान होने वाला है. जहां तक विरोध करने वालों की फेहरिस्त है तो वो महज राजनीतिक लाभ के लिए आंदोलन को हवा दे रहे हैं.



किसान सम्मेलनों को राज्य में संबोधित करेंगें बीजेपी के ये नेता



राज्य के तमाम विधान सभा क्षेत्रों में आयोजित होने वाले इन सम्मेलनों को संबोधित करने की जिम्मेदारी बीजेपी नेताओं में बांट दी गई है जिसके तहत केंद्र मंत्री रविशंकर प्रसाद 6 सभाओं को संबोधित करेंगें वहीं नित्यानंद राय के जिम्मे भी 6 सभाएं हैं.गिरिराज सिंह को 5 सभा की जिम्मेदारी मिली है तो आर के सिंह को भी कुल 5 सभाओं को संबोधित करना है. अश्विनी कुमार चौबे 4 सम्मेलनों में शिरकत करेंगें तो प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की सबसे ज्यादा 13 सम्मेलनों में भागीदारी रहेगी वहीं सांसद सुशील मोदी के हिस्से 7 सम्मेलन की जिम्मेदारी है तो पूर्व मंत्री प्रेम कुमार को 6 और पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव को भी 6 सम्मेलन की जिम्मेदाीरी दी गई है.



किसान सम्मेलन में बिहार के नवनिर्वाचित मंत्रियों की जिम्मेदारी



बिहार में होने वाले किसान सम्मेलन में नव निर्वाचित मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी गई है जिसके तहत उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद 7 सम्मेलन को संबोधित करेंगें तो उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के जिम्मे 8 सभाएं हैं वहीं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी 8 सम्मेलनों में अपनी भागीदारी निभाएंगें तो कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप 5 और श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा 7 सम्मेलन तो राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय के जिम्मे भी 7 सम्मेलनों की जिम्मेदारी दी गई है.