मुजफ्फरपुर: बिहार की एक सरकारी योजना में घोटाले का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. मुजफ्फरपुर जिले के मुसाहारी ब्लॉक में 65 साल की महिला ने 14 महीने में आठ बच्चियों को जन्म दे दिया. नहीं हकीकत में ऐसा नहीं हुआ है, ये सिर्फ कागजों पर हुआ है. ये सारा खेल जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत लड़की के जन्म पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को हड़पने के लिए किया गया.


आरोप है कि इस योजना का लाभ पाने वाली महिलाओं में कई की उम्र 60 साल से भी ज्यादा है और पिछले बीस सालों में उन्होंने किसी बच्चे को जन्म नहीं दिया. इन महिलाओं के खातों में प्रोत्साहन राशि डालकर पैसे की निकासी कर ली गयी है जबकि इन महिलाओं को एक बार भी पैसा नहीं मिला. यही नहीं एक ही महिला के खाते में एक साल में कई बार प्रोत्साहन राशि 1400 रुपये डाले गए हैं और उसकी निकासी भी कर ली गयी है.


राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना में अनियमितता को लेकर मामला दर्ज
जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि में अनियमितता को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है. साथ ही मामले की जांच के लिए अपर चार सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया है. कमेटी में अपर समाहर्ता के साथ स्वास्थ विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, लेखा प्रबंधक एवं वरीय प्रभारी पदाधिकारी मुसहरी-सह- प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा शामिल हैं.


जिलाधिकारी ने पिछले एक साल के दौरान इस योजना के तहत किए गए भुगतान का भी जांच कराने का निर्देश देते हुए कहा कि यदि किसी भी तरह की अनियमितता पाई जाती है तो विधि सम्मत कठोर कार्रवाई की जाएगी.


इस मामले में मुसहरी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉक्टर उपेंद्र चौधरी ने लेखपाल अवधेश कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है जिसमें लेखपाल पर जननी बाल सुरक्षा योजना में एक ही लाभार्थी लीला देवी को चौदह माह में आठ बार, शांति देवी को नौ माह में 5 बार और सोनिया देवी को 5 माह में चार बार 1400 रुपये की दर से फर्जीवाड़ा कर अवैध भुगतान किया गया है.


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