नई दिल्लीः भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में लगातार तीन हार झेलने के बाद सभी को चौंकाते हुए सेमीफाइनल तक का सफर तय किया. यह पहला मौका था जब भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक में इस मुकाम तक पहुंची थी. वहीं सेमीफाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना से 2-1 से हारने के बाद महिला टीम कांस्य पदक का प्लेऑफ मुकाबला भी हार गई. जिसके बाद टीम के कोच शोर्ड मारिन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.


कोच शोर्ड मारिन ने दिया इस्तीफा


भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच शोर्ड मारिन का कहना है कि टीम के साथ उनकी जिम्मेदारी ओलंपिक खेल में कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले तक ही थी. वहीं देशभर में महिला हॉकी टीम के प्रदर्शन को देख सभी कोच शोर्ड मारिन के प्रशिक्षण की प्रशंसा कर रहे हैं. यह उनके कड़े प्रशिक्षण का नतीजा है कि भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीम को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था.






कोच शोर्ड मारिन ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा कि 'हमने पदक नहीं जीता, लेकिन मुझे लगता है कि हमने कुछ बड़ा जीता है. हमने भारतीयों को फिर से गौरवान्वित किया है और लाखों लड़कियों को प्रेरित किया है कि सपने सच हो सकते हैं, जब तक आप इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं और उस पर विश्वास करते हैं. अपना समर्थन देने के लिए धन्यवाद.'


जानेका शोपमैन को मिलेगी जिम्मेदारी


फिलहाल भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के अपने मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन से 4-3 से हार गई. जिसके बाद मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने अपने इस्तीफे की घोषणा के साथ ही एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ यह उनका आखरी मैच था, इसके बाद अभी उनकी कोई योजन नहीं है. अब टीम की जिम्मेदारी भारतीय महिला हॉकी टीम के विश्लेषणात्मक कोच जानेका शोपमैन की होगी.


बताया जा रहा है कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शोजोर्ड मारिन और विश्लेषणात्मक कोच जानेका शोपमैन को उनके कार्यकाल बढ़ाने के लिए अपनी ओर से प्रस्ताव दिया था. वहीं मुख्य कोच मारिन ने अपने पर्सनल कारणों की वजह से इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है.


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