साउथैम्पटन में खेले गए तीसरे वनडे में आयरलैंड ने इंग्लैंड को सात विकेट से हरा दिया. आयरलैंड ने भले ही यह मैच जीत लिया, लेकिन तीन मैचों की यह सीरीज़ इंग्लैंड ने 2-1 से अपने नाम कर ली. इंग्लैंड ने पहले खेलते हुए कप्तान इयोन मोर्गेन (106) के शानदार शतक की बदौलत 328 रन बनाए थे. जवाब में आयरलैंड ने तीन विकेट के नुकसान पर एक गेंद शेष रहते लक्ष्य का पीछा कर लिया. आयरलैंड की इस जीत से 2011 विश्व कप की यादें भी ताज़ा हो गईं. दरअसल, 2011 वनडे विश्व कप में भी आयरलैंड ने इसी तरह इंग्लैंड को मात दी थी और 300 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा किया था.


काम नहीं आई कप्तान मोर्गेन की शतकीय पारी


पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी इंग्लैंड ने सिर्फ 44 रनों के स्कोर पर अपने तीन अहम विकेट गवां दिए थे. इसके बाद कप्तान मोर्गेन ने 84 गेंदो में 106 रनों की शतकीय पारी खेलकर टीम को संभाला. मोर्गेन ने चौथे विकेट के लिए टॉम बैंटन (58) के साथ 146 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी भी की. अंत में ऑलराउंडर डेविड विली ने 51 और टॉम कर्रन ने नाबाद 38 रनों की पारी खेलकर टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचा दिया.


बल्लेबाज़ों के दम पर आयरलैंड ने दर्ज की ऐतिहासिक जीत


इंग्लैंड से मिले 329 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरलैंड ने शानदार शुरुआत की. 50 रनों पर पहला विकेट गिरने के बाद एंड्रयू बलबिरनी और पॉल स्टरलिंग ने दूसरे विकेट के लिए 214 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की. बलबिरनी ने 112 गेंदो में 113 और स्टरलिंग ने 128 गेंदो में 142 रनों की शानदार पारी खेली. स्टरलिंग ने जहां 9 चौके और 6 छक्के लगाए, वहीं बलबिरनी के बल्ले से 12 चौके निकले.


इससे पहले आयरलैंड के लिए तेज़ गेंदबाज़ क्रेग यंग ने 10 ओवर में 53 रन देकर तीन विकेट हासिल किए. वहीं जोशुआ लिटिल और कर्टिस कैमफर को 2-2 सफलता मिलीं.


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