पाकिस्तान के पूर्व बैटिंग कोच और कप्तान यूनिस खान समय से पहले अचानक अपना पद छोड़ने को लेकर पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में बने हुए हैं. दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से विवाद के चलते यूनिस ने बैटिंग कोच के पद से इस्तीफा दे दिया है. उनका कार्यकाल 2022 तक का था. 


अब यूनिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है, जिसकी वजह से वह एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. दरअसल, यूनिस खान ने दावा किया कि शाहिद अफरीदी की कप्तान बनने की महत्वकांक्षा के कारण उनके खिलाफ 2009 में खिलाड़ियों ने बगावत की थी. 


यूनिस ने कहा कि बगावत उनकी कप्तानी शैली या रवैये के कारण नहीं की गयी थी. उन्होंने कहा, ''अगर खिलाड़ियों को मुझसे परेशानी थी तो उन्हें मेरे पास आकर बात करनी चाहिए थी. वे दावा कर रहे थे कि वे मुझे कप्तानी से नहीं हटाना चाहते थे. लेकिन केवल इतना चाहते हैं कि क्रिकेट बोर्ड मुझसे बात करके मुझे अपना रवैया बदलने के लिए कहे.''


यूनिस खान पाकिस्तान की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. यूनिस का कहना है कि अफरीदी उन्हें कप्तान के रूप में नहीं देखना चाहते थे. पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ''फिर ऐसा कैसे हुआ कि जब खिलाड़ियों ने पीसीबी के तत्कालीन अध्यक्ष एजाज बट से मुलाकात की तो अफरीदी ने कप्तान बदलने की मांग की. मेरा मानना है कि यह बगावत कप्तानी की उनकी महत्वकांक्षा से जुड़ा था.''


यूनिस की कप्तानी में पाकिस्तान ने जीता था 2009 टी20 विश्व कप 


गौरतलब है कि यूनिस खान की कप्तानी में ही पाकिस्तान ने 2009 टी20 विश्व कप जीता था. लेकिन इसके बाद ही उन्हें कप्तानी छोड़नी पड़ी थी. इसके बाद मिस्बाह उल हक को टेस्ट और अफरीदी को सीमित ओवरों की टीम का कप्तान बनाया गया था.


यूनिस खान ने हाल ही में हसन अली के साथ हुए विवाद पर भी चुप्पी तोड़ी थी. उनका कहना था कि उन्होंने हसन अली के साथ हुए विवाद की वजह से बल्लेबाजी कोच का पद नहीं छोड़ा है. हालांकि, यूनिस ने पद छोड़ने की असल वजह भी नहीं बताई.