सीएसी यानी की क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी जिसका नेतृत्व कपिल देव कर रहे थे उन्होंने रवि शास्त्री को एक बार फिर भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के रूप में चुन लिया है. माइक हेसन, टॉम मूडी ये दो ऐसे व्यक्ति थे जो कोच बनने की रेस में शास्त्री के सबसे करीब थे. लेकिन शास्त्री के अनुभव और टीम के साथ कनेक्शन ने इन दोनों को पछाड़ दिया. टीम इंडिया ने हर फॉर्मेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है लेकिन वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में मिली हार उनके लिए निराश करने वाला पल है.


वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को 18 रनों से हरा दिया था. इस दौरान टीम 240 रनों का पीछा कर रही थी जहां पूरी टीम 221 रनों पर ही ऑल आउट हो गई. टीम इंडिया ग्रुप स्टेज में टॉप पर थी लेकिन एक हार ने टीम को वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया.

रवि शास्त्री ने इसपर बात करते हुए कहा कि ये उनके लिए सबसे बुरा पल था. हालांकि वो मानते हैं कि टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और पूरा टॉप ऑर्डर आउट हो गया.

30 मिनट में सबकुछ बदल गया

रवि शास्त्री ने कहा कि, ''वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मेरे लिए सबसे ज्यादा निराश कर देने वाला पल था. उन 30 मिनटों में सबकुछ बदल गया. हमारे लिए सबकुछ ठीक जा रहा था लेकिन अचानक सबकुछ खराब हो गया. हमने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन क्रिकेट खेला. लेकिन एक खराब दिन और एक खराब सेशन ने हमें वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया.

रवि शास्त्री अब आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 तक टीम के कोच बने रहेंगे वहीं आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान भी शास्त्री कोच रहेंगे.