सिडनी: टी नटराजन की दबाव की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करने की योग्यता से प्रभावित भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि यह तेज गेंदबाज अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप को देखते हुए टीम के लिये महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.


तमिलनाडु के 29 साल के तेज़ गेंदबाज नटराजन ने कैनबरा में तीसरे वनडे से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया और इसके बाद टी20 सीरीज में भी प्रभावशाली प्रदर्शन किया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में खेले चार मैचों में आठ विकेट लिये.


कोहली ने मैच के बाद कहा, "नटराजन का विशेष जिक्र करना चाहूंगा. मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में उसने अच्छी जिम्मेदारी निभायी और दबाव की परिस्थितियों में शानदार गेंदबाजी की. यह बेजोड़ है क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने शुरुआती मैचों में खेल रहा है. वह बेहद धैर्यवान, विनम्र और कड़ी मेहनत करने वाला खिलाड़ी लग रहा है. वह जानता है कि वह क्या कर रहा है."


किंग कोहली ने आगे कहा, "मुझे विश्वास है कि वह अपने खेल पर कड़ी मेहनत करना जारी रखेगा और बेहतर गेंदबाज बनता जाएगा. क्योंकि बायें हाथ का तेज गेंदबाज किसी भी टीम के लिये महत्वपूर्ण होता है. अगर वह इस तरह से गेंदबाजी करना जारी रखता है तो अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले यह हमारे लिये बहुत अच्छी बात होगी."


गौरतलब है कि मंगलवार को भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज के अंतिम मैच में 12 रनों से हार गई, लेकिन उसने सीरीज 2-1 से जीती और कोहली ने कहा कि रोहित शर्मा, शमी और बुमराह जैसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद टीम के कभी हार नहीं मानने के रवैये से वह प्रभावित हैं.


उन्होंने कहा, ‘‘हमने पिछले 11-12 टी20 में बहुत अच्छी क्रिकेट खेली. असल में इस टीम में ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का बहुत अधिक अनुभव नहीं है. इस दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह शानदार प्रदर्शन रहा. विशेषकर पहले दो वनडे गंवाने के बाद हमने भरोसा बनाये रखा और अच्छी वापसी की.’’


भारत को अब 17 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है और कोहली ने कहा कि एडीलेड में पहले डे-नाइट टेस्ट मैच से पहले वह अच्छी मानसिक स्थिति में हैं. उन्होंने कहा, "आज मैंने वास्तव में अच्छा महसूस किया. मैं अच्छी मानसिक स्थिति में हूं. पहले वनडे में शुरुआत करना थोड़ा मुश्किल था. मैंने अपने खेल के कुछ पहलुओं पर काम किया. यह तकनीक से बहुत अधिक जुड़ा नहीं था बल्कि मैंने सर्वश्रेष्ठ मानसिक स्थिति में पहुंचने का प्रयास किया."


कोहली ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि जब मैं बहुत अच्छी मानसिक स्थिति में होता हूं तो मैं आसानी से फॉर्मेट बदल सकता हूं और परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सकता हूं.