Sachin Tendulkar Interview : सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को दुनिया के सबसे दिग्गज बल्लेबाजों में से एक माना जाता है. कुछ वक्त पहले सचिन (Sachin Tendulkar) शो 'ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस' (Breakfast With Champions) में पहुंचे थे. जहां उन्होंने शो 'ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस' (Breakfast With Champions) में गौरव कपूर (Gaurav Kapur) को दिए एक साक्षात्कार में खुलासा किया था कि वह 2013 में अपने अंतिम टेस्ट में भावुक थे, जब उनकी मां उन्हें खेलते हुए देखने आई थीं. उन्होंने कहा, "इस क्षण ने मुझे भावुक कर दिया था. बाकी लोगों ने मुझे पहले देखा था, लेकिन मेरी मां ही थीं जिन्होंने मुझे कभी खेलते हुए नहीं देखा था.


अपने दो दशकों से अधिक के शानदार करियर में, तेंदुलकर ने अपने परिवार से कहा था कि वह उन्हें खेलते हुए देखने के लिए स्टेडियम में न आएं. यहां तक ​​कि अंजलि (उनकी पत्नी) भी कभी स्टेडियम नहीं आती थी. 2003-2004 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे में, अंजलि ने मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में भाग लिया, जहां तेंदुलकर पहली गेंद पर आउट हो गए. वह उठी और चली गईं. उन्होंने बताया कि वह मुझे फिर कभी खेलते देखने नहीं आईं. फिर वह मेरे आखिरी टेस्ट मैच के लिए आई.


साक्षात्कार के दौरान सचिन ने क्रिकेट के अपने शुरुआती दिनों के बारे में भी बात की, विशेष रूप से सौरव गांगुली से उनके अंडर -15 वर्षों के दौरान मुलाकात की. उन्होंने याद किया कि कैसे उन्होंने और उनके कुछ साथियों ने सोते समय गांगुली के कमरे में पानी भर दिया था. सचिन ने यह भी खुलासा किया कि वह गांगुली को 'दादा' की जगह 'दादी' कहकर बुलाते थे. सचिन उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2011 विश्व कप जीता.


टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. धोनी के नेतृत्व में भारत ने 2007 में विश्व टी20, 2011 में आईसीसी विश्व कप और 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती. जब 2007 में दक्षिण अफ्रीका में उद्घाटन टी-20 विश्व कप के लिए धोनी को टीम इंडिया का कप्तान नियुक्त किया गया था, तो उस वक्त काफी सवाल उठे थे. हालांकि कुछ सीनियर्स थे जिन्होंने उस समय धोनी का समर्थन करने का फैसला किया. यह खुलासा 'लिटिल मास्टर' ने गौरव कपूर के साथ ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस पर एक चैट शो के दौरान किया था. सचिन ने तब खुलासा किया कि फिल्डिंग के दौरान उनकी बातचीत ने उन्हें धोनी की प्रतिभा की सराहना करने के लिए प्रेरित किया.


सचिन ने कहा जब भी मैं स्लिप में क्षेत्ररक्षण करता था, मैं उनके साथ लगातार फिल्डिंग की स्थिति के बारे में चर्चा करता था. मैं अपनी राय कहता और उनसे पूछता कि वह उनके बारे में क्या सोचते हैं. 


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