Rahul Dravid: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए पिछले दो साल से मुख्य कोच की भूमिका निभाने वाले राहुल द्रविड़ का कोचिंग कार्यकाल अब खत्म हो चुका है. हालांकि, बीसीसीआई की ओर से उन्हें कार्यकाल बढ़ाने का ऑफर दिया जा रहा है, लेकिन राहुल द्रविड़ खुद ही ज्यादा यत्राएं नहीं करना चाहते, और अब ज्यादातर वक्त अपने परिवार के साथ बिताना चाहते हैं. ऐसे में अब टीम इंडिया को एक नया कोच मिलना तय है, और उस रेस में भारत के पूर्व क्रिकेटर और एनसीए हेड वीवीएस लक्ष्मण का नाम सबसे आगे चल रहा है. आइए हम अपने इस आर्टिकल में राहुल द्रविड़ के रिपोर्ट कार्ड की चर्चा करते हैं, उनके कार्यकाल में भारतीय टीम को क्या फायदा हुआ, और नहीं.


तीनों फॉर्मेट में दुनिया की नंबर वन टीम


राहुल द्रविड़ ने टी20 वर्ल्ड कप 2021 खत्म होने के बाद टीम इंडिया की कमान संभाली थी. उसके बाद से द्रविड़ ने अपने कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट टीम को टी20, वनडे, और टेस्ट तीनों फॉर्मेट में नंबर-1 टीम बनाया है. टीम इंडिया ने टेस्ट फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन किया, टी20 में कई सीरीज़ जीती, और वनडे फॉर्मेट में भी लगातर शानदार प्रदर्शन करते हुए वर्ल्ड कप के फाइनल तक भी पहुंचे.


विराट को खराब फेज़ से निकाला


विराट कोहली 2019 से 2022 तक बेहद बुरे फॉर्म से गुज़र रहे थे. उन्होंने करीब 1000 दिनों तक एक भी शतक नहीं लगाया था, और बार-बार ऑफ स्टंप की लाइन वाली गेंद को खेलते हुए आउट होते जा रहे थे. राहुल द्रविड़ ने बतौर कोच विराट कोहली के साथ भी खूब काम किया. द्रविड़ ने कोहली की खराब तकनीक में सुधार करवाया, उन्हें मानसिक तौर पर फ्री रहने में मदद की, और उन्हें उनके बुरे दौर में भी पूरा सपोर्ट किया, टीम से बाहर नहीं किया, और फिर टी20 एशिया कप 2022 में विराट कोहली ने आखिरकार शतक लगाया, और उसके बाद पीछे मुड़ कर नहीं देखा. विराट कोहली ने हर फॉर्मेट में शानदार फॉर्म का प्रदर्शन किया, और वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने.


टीम इंडिया को मिला शुभमन गिल जैसा स्टार बल्लेबाज


राहुल द्रविड़ के कार्यकाल में टीम इंडिया को शुभमन गिल जैसा एक शानदार बल्लेबाज मिल गया है. शुभमन गिल ने पिछले एक-दो सालों में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है. गिल ने हर फॉर्मेट में शतक लगाए, और वनडे फॉर्मेट के नंबर-1 बल्लेबाज भी बन गए. राहुल द्रविड़ के कार्यकाल में टीम इंडिया को गिल के रूप में निश्चित तौर पर एक बेहतरीन खिलाड़ी मिला है.


खिलाड़ियों का एक लंबा पूल तैयार


राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया की ताकत को बढ़ाने के लिए भी बहुत मेहनत की है. उन्होंने रोहित शर्मा और बीसीसीआई के साथ मिलकर टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ को इतना मजबूत कर दिया है, अब भारतीय  क्रिकेट एक बार में दो-दो टीम को एक साथ दो अंतरराष्ट्रीय टीमों के खिलाफ उतार भी सकती है, और मैच जीत भी सकती है. टीम इंडिया में इस वक्त कई कप्तान भी मौजूद हैं, जो अलग-अलग टीमों का एक साथ नेतृत्व कर सकते हैं. ऐसा टीम इंडिया ने कई मौकों पर किया भी है.


भारतीय खिलाड़ियों की शैली बदली


राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा के नेतृत्व में टीम इंडिया की शैली में भी बदलाव आया है, जो कि हाल ही में खत्म हुए वर्ल्ड कप में भी देखने को मिला है. वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने शुरू से सेमीफाइनल मैच तक लगातार 10 मैच जीते, और लगभग सभी मैचों में पूरा दबदबा भी साबित किया. हालांकि, फाइनल मैच में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा, जिसकी वजह से भारत विश्व विजेता नहीं बनाया, लेकिन वर्ल्ड कप के सभी मैचों में टीम इंडिया ने एक अलग शैली का खेल दिखाया है. टीम इंडिया ने बल्लेबाजी में शुरुआत से बिना दबाब के बल्लेबाजी की, और हरेक खिलाड़ी ने खुलकर खेला है. कप्तान रोहित शुरू से आक्रमक खेलते हैं, और विराट कोहली को एंकर की भूमिका निभाने का काम दिया गया था, जो उन्होंने बखूबी निभाया. इसके अलावा नंबर-4 पर श्रेयस अय्यर जैसा बल्लेबाज टीम इंडिया को मिला, जो इस पोजिशन पर 500 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए. वहीं, केएल राहुल ओपनिंग छोड़कर नंबर-5 पर बतौर विकेटकीपर खेले, तो गेंदबाजी में भारत ने 5 स्पेशल गेंदबाजों का दम दुनिया को दिखाया.


राहुल द्रविड़ की कोचिंग में आईसीसी टूर्नामेंट का हाल


राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया. उसके बाद टीम इंडिया ने आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के भी फाइनल में जगह बनाई, जहां उन्हें ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा. इसके अलावा वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भी टीम इंडिया सभी 10 मैच जीतकर फाइनल तक पहुंची, लेकिन वहां उन्हें ऑस्ट्रेलिया से एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा.