Ball Tampering: भारत के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि गेंद के साथ हमेशा से छेड़खानी होती रही है और हर क्रिकेटर एक सीमा में रहते हुए ऐसा करता आया है. उन्होंने यह भी कहा है कि इस मामले में पाकिस्तान टीम थोड़ी आगे रही है. वह कुछ ज्यादा ही टेंपरिंग करते हैं.


प्रवीण कुमार ने यह बातें लल्लनटॉप पर बातचीत के दौरान कही. उन्होंने कहा, 'हर कोई गेंद के साथ थोड़ी बहुत छेड़खानी करता है. पाकिस्तान टीम थोड़ी ज्यादा करती है, ऐसा मैं सुनता आया हूं. अब तो हालांकि बहुत ज्यादा कैमरे होते हैं लेकिन पहले जब कैमरे कम होते थे तो बॉल टेंपरिंग बहुत ज्यादा होती थी. वे लोग गेंद के एक और लगातार स्क्रेच करते थे. लेकिन इसके लिए भी आपको पता होना चाहिए कि यह कैसे होता है. हर कोई इसे नहीं कर सकता. आपको सीखना पड़ता है.' 


गौरतलब है कि बॉल टेंपरिंग के केस समय-समय पर आते रहे हैं. स्टीव स्मिथ को तो इस मामले में कप्तानी छोड़नी पड़ी थी. स्मिथ और वॉर्नर ने इसके लिए एक साल का प्रतिबंध भी झेला है. पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी तो एक बार गेंद को चबाते हुए भी पकड़े गए थे.


क्यों की जाती है बॉल टेंपरिंग?
गेंद जब पुरानी होने लगती है तो उसके साथ छेड़खानी की जाती है. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि गेंद के एक हिस्से को खराब करने से तेज गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग में बहुत ज्यादा मदद मिलती है. टेंपर होने के कारण गेंद अजीबोगरीब अंदाज में रिवर्स स्विंग हो सकती है जो बल्लेबाज के लिए मुश्किलें पैदा करती है.


अब वनडे में नहीं दिखती रिवर्स स्विंग
अब वनडे क्रिकेट में रिवर्स स्विंग की कला गायब हो गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि मैच के दौरान दोनों छोर से नई गेंद उपयोग होती है. ऐसे में पारी के खत्म होने तक भी गेंद पुरानी नहीं हो पाती. यही कारण है कि अब तेज गेंदबाज रिवर्स स्विंग पर फोकस भी नहीं करते. हालांकि टेस्ट क्रिकेट में यह कला अभी भी जिंदा है.


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