भारतीय टीम के बल्लेबाज हनुमा विहारी ने माना है कि दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन शनिवार को उनकी टीम के बल्लेबाजों ने न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को अपनी गलती से विकेट दिए. कीवी गेंदबाजों ने भारत को पहले दिन ही पहली पारी में 242 रनों पर ढेर कर दिया.


मैच के बाद विहारी ने कहा, "हां, हमने जितनी उम्मीद की थी पिच ने वैसा व्यवहार नहीं किया. उन्होंने गेंद को अच्छी जगहों पर डाला और वह जानते थे कि इस पिच से क्या उम्मीद की जा सकती है. पृथ्वी शॉ ने हमारे लिए अच्छा मंच तैयार किया था. चेतेश्वर पुजारा ने भी पिच पर अच्छा समय बिताया. सभी विकेट गलत समय पर गिरे. कोई भी विकेट पिच के कारण नहीं गिरा. अधिकतर विकेट बल्लेबाजों की गलती से गिरे. पिच अच्छी थी."

विहारी ने कीवी टीम के युवा तेज गेंदबाज काइल जेमिसन की तारीफ की, जिन्होंने पहली पारी में पांच विकेट लिए. उन्होंने कहा, "उन्हें बाकी बल्लेबाजों से ज्यादा उछाल मिल रहा था और उनका अतिरिक्त उछाल ही इस तरह की पिचों पर बड़ा मुद्दा था. उनको फ्रंटफुट पर खेलना काफी खतरनाक होता है. जेमिसन पांच विकेट के हकदार थे."

विहारी ने एक समय तक अच्छी बल्लेबाजी की और नियंत्रण में दिख रहे थे. उन्होंने कहा कि पुजारा को दबाव में नहीं डालना था, इसलिए वह लगातार रनों की कोशिश में थे. उन्होंने कहा, "एक छोर पर पुजारा खेल रहे थे. मैं उस समय आगे रहकर सकारात्मक खेलना चाहता था, क्योंकि वह ऐसे बल्लेबाज हैं जो लंबा खेलते हैं. इसलिए मैं ज्यादा समय नहीं लेना चाहता था और पुजारा पर दबाव नहीं बनाना चाहता था, क्योंकि अगर आप स्कोरबोर्ड चालू नहीं रखोगे तो आप इस तरह के मैच में फंस जाओगे. इसलिए मैंने सकारात्मक खेलना का फैसला किया."

भारत ने अपने अंतिम छह विकेट महज 48 रनों पर खो दिए. विहारी ने माना कि उन्हें अपनी पारी को आगे ले जाना था और बड़ा स्कोर करना था. हमारा सत्र अच्छा जा रहा था, मैं गलत समय पर आउट हुआ. हमने 110 रन बना लिए थे और सिर्फ एक विकेट खोया था."