आंकड़ों की बात करें तो वो 41 सालों में सुनील गावस्कर के बाद वो भारत के पहले ओपनर बन गए हैं जिन्होंने एक ही टेस्ट मैच में दो शतक लगाए हैं. वहीं एक टेस्ट में सबसे ज्यादा छक्के मारने का रिकॉर्ड भी रोहित ने अपने नाम कर लिया है. उन्होंने इस मैच में कुल 13 छक्के लगाए हैं.
अपनी बेहतरीन पारी को लेकर रोहित ने कहा कि, '' ये सारी चीजें करना काफी अच्छा लगता है लेकिन मैं पहले भी ये कह चुका हूं कि मैं यहां रिकॉर्ड्स के लिए नहीं आया हूं. मैं खेल का मजा लेता हूं. मुझे पता है कि ये सुनना काफी बोरिंग है. लेकिन यही सच है.''
'' मैंने अपने आप को एक कवच में बांध लिया है. जो भी बाहर होता है या कहा जाता है उससे मुझे फर्क नहीं पड़ता. इसलिए लोग कुछ भी कहें मैं बस खेल पर फोकस करता हूं. क्योंकि मुझे अपना गेम खेलना होगा. मेरा सपना था क्रिकेट खेलना जिसे मैं जी रहा हूं.''
ओपनिंग को लेकर रोहित ने कहा कि, '' मुझे पता था कि एक न एक दिन मैं ओपन जरूर करूंगा. मैनेजमेंट के साथ ऐसा काफी वक्त से चल रहा था. और 2 तीन साल पहले मैं तैयार भी था. जब मैं टेस्ट मैच नहीं खेलता था तो मैं नेट्स में नई गेंद से अभ्यास करता था. मुझे पता है ये नई शुरूआत है और ये लंबा जाएगा. यहां सबकुछ खत्म नहीं होता बल्कि ये तो बस एक शुरूआत है.''
रोहित ने पहली पारी में जहां 176 रन मारे थे तो वहीं दूसरी पारी में भी उन्होंने 127 रनों की पारी खेली. भारत ये मैच 203 रनों से जीत गया और सीरीज में 1-0 की बढ़त भी बना ली.