न्यूजीलैंड ने बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट में मेज़बान इंग्लैंड को आठ विकेट से हरा दिया. इसके साथ ही न्यूजीलैंड टेस्ट क्रिकेट में दुनिया की नंबर वन टीम बन गई. आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले कीवी टीम के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. बता दें कि न्यूजीलैंड और भारत के बीच साउथैम्प्टन में 18 जून से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. 


22 साल बाद न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड में जीती टेस्ट सीरीज़ 


दूसरी पारी में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के सामने महज़ 38 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे मेहमान टीम ने सिर्फ दो विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया. इसके साथ ही न्यूजीलैंड ने दो मैचों की ये टेस्ट सीरीज़ 1-0 से अपने नाम की. इस तरह न्यूजीलैंड तीसरी बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ जीतने में कामयाब रही. इससे पहले कीवी टीम ने इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ 1986 और 1999 में टेस्ट सीरीज़ जीती थी. वहीं बर्मिंघम में न्यूजीलैंड की यह पहली टेस्ट जीत है. 






न्यूजीलैंड की इस ऐतिहासिक जीत के हीरो रहे तेज़ गेंदबाज़ मैट हेनरी. उन्होंने दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लिए. उनके इस प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला. इसके अलावा पहले टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज़ ड्वेन कॉन्वे और इंग्लैंड को सलामी बल्लेबाज़ रोरी बर्न्स को मैन ऑफ द सीरीज़ का खिताब मिला. कॉन्वे ने इस मुकाबले की पहली पारी में भी 80 रन बनाए थे. 


मैच का लेखा-जोखा 


इंग्लैंड ने इस टेस्ट में पहले खेलते हुए अपनी पहली पारी में 303 रन बनाए थे. उसके लिए रोरी बर्न्स और लॉरेन्स ने 81-81 रनों की पारी खेली थी. इसके बाद कीवी टीम अपनी पहली पारी में 388 रन बनाने में कामयाब रही. मेहमान टीम के लिए पहली पारी में कॉन्वे ने 80, विल यंग ने 82 और रॉस टेलर ने 80 रनों की पारियां खेली. इसके बाद इंग्लैंड की टीम अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 122 रनों पर ढेर हो गई. इस तरह उसने कीवी टीम को सिर्फ 38 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे मेहमान टीम ने दो विकेट खोकर हासिल कर लिया.