भारत और इंग्लैंड के बीच 2012 में खेली गई टेस्ट सीरीज़ में भारतीय टीम को 28 साल बाद घरेलू सरज़मी पर हार का सामना करना पड़ा था. उस सीरीज़ में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे जबकि इंग्लिश टीम की कमान एलेस्टर कुक के हाथों में थी. दोनों के बीच खेली गई 4 मैचों की सीरीज़ में इंग्लैंड ने 2-1 से जीत दर्ज की थी. इस सीरीज़ में भारतीय टीम पहला मैच जीत चुकी थी और टीम ने दूसरा मैच गंवा दिया था. अब तीसरा मैच ईडन गार्डन में खेला जाना था. इस मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था. 


पिच क्यूरेटर ने नाकर दी थी धोनी की बात


तीसरे मैच में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से ईडर गार्डन के पिच क्यूरेटर से बात की. धोनी चहाते कि तीसरे मैच में उन्हें टर्निंग विकेट मिले. धोनी ने इस बारे में क्यूरेटर प्रबीर मुखर्जी से बात की, लेकिन उन्होंने धोनी की इस बात को नकार दिया. धोनी टर्निंग विकेट के साथ इंग्लिश बल्लेबाज़ों पर दवाब बनाना चाहाते थे. लेकिन प्रबीर मुखर्जी ने कहा कि टर्निंग विकेट पर तीन दिन में मैच खत्म हो जाएगा और प्रशंसको के साथ धोखा होगा. लोग यहां पांच दिन का मैच देखने आए हैं. इस मैच में भारतीय टीम को 7 विकटों से हर मिली थी. वहीं इसका अलगा मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ था, जो नागुपर में खेला गया था. 


एलेस्टर कुक ने रचा था इतिहास


इस सीरीज़ में एलेस्टर कुक ने इतिहास रच दिया था. उन्होंने 28 साल बाद भारतीय सरज़मी पर इंग्लैंड को जीत दिलाई थी. इससे पहले डेविड गावर की कप्तानी वाली इंग्लैंड की टीम ने 1984-85 में भारत के खिलाफ खेली गई सीरीज़ में जीत दर्ज की थी. इसके बाद इंग्लैंड ने चार बार भारत का दौरा किया, लेकिन सीरीज़ जीतने में नाकाम रही. चार बार में तीन बार भारतीय टीम ने सीरीज़ जीती थी और एक सीरीज़ ड्रॉ पर खत्म हुई थी. इस सूखे को एलेस्टर कुक ने 28 साल बाद खत्म किया था.


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