BCCI: भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज समाप्त होने के बाद बीसीसीआई सचिव जय शाह ने टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए 'टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव योजना' का ऐलान किया है. अब भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने इस फैसले का स्वागत किया है. द्रविड़ का कहना है कि जो खिलाड़ी काफी समय से टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं, यह योजना उनके लिए एक नई सौगात लेकर आई है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना का उल्टा प्रभाव भी पड़ सकता है क्योंकि केवल इंसेंटिव के कारण टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए आगे आना सही नहीं है.


राहुल द्रविड़ ने बीसीसीआई के फैसले का स्वागत किया


भारतीय क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि खिलाड़ी केवल पैसे के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने नहीं आएंगे. मुझे खुशी है कि टेस्ट क्रिकेट को अधिक पहचान मिल रही है और ये बेहद कठिन फॉर्मेट है. यह अच्छी बात है कि बीसीसीआई इसे किसी रिवार्ड की तरह देख रही है, किसी इंसेंटिव के रूप में नहीं."


इस योजना के तहत एक सीजन में 75 प्रतिशत से अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को प्रति मैच 45 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. जिन खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिलता उन्हें भी इंसेंटिव के रूप में 22.5 लाख रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा यह भी बताया गया है कि एक सीजन में 50 प्रतिशत से कम टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को कोई इंसेंटिव नहीं मिलेगा.


इस योजना का ऐलान ऐसे समय पर किया गया है जब टेस्ट मैचों का कम होता प्रभाव लंबे फॉर्मेट के लिए चिंता का विषय बना हुआ था. पिछले महीने ही बीसीसीआई ने रेड बॉल डोमेस्टिक क्रिकेट ना खेलने के लिए श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट ना देने का फैसला लिया था. कई खिलाड़ी ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में टी20 फॉर्मेट को अधिक तवज्जो दे रहे हैं. बीसीसीआई सचिव जय शाह ने खिलाड़ियों से रेड बॉल डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने का आग्रह भी किया था.


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