ICC Cricket World Cup 2023: पाकिस्तान की टीम वर्ल्ड कप में काफी बुरा प्रदर्शन कर रही है. पाकिस्तान की टीम ने अभी तक इस वर्ल्ड कप में 5 मैच खेले हैं, जिनमें से उन्हें 3 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. पाकिस्तान अपने आखिरी वर्ल्ड कप मैच में अफगानिस्तान से भी हार गई, जिसके बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की पूरी टीम को ट्रोल किया जा रहा है. आइए हम आपको बताते हैं कि पाकिस्तान टीम के हार के 5 सबसे बड़े कारण क्या रहे.


ज्यादा डॉट बॉल खेलना


इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की गेंदबाजी से ज्यादा मजबूत उनकी गेंदबाजी ही लग रही है. चेन्नई की पिच पर पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट काफी कम था. पाकिस्तान के बल्लेबाज चौके और छक्कों पर ज्यादा निर्भर करते हैं. वह लगातार स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाते, जिसकी वजह से सिंगल, डबल काफी कम आते हैं, और डॉट बॉल्स की संख्या काफी बढ़ जाती है. इसका असर उनके टोटल स्कोर पर पड़ता है. इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की सभी हार में ज्यादा डॉट बॉल खेलना एक सबसे बड़ा कारण रहा है.


इमाम-उल-हक का फॉर्म


पाकिस्तान के ओपनर बल्लेबाज फॉर्म में नहीं है. पाकिस्तान की टीम ने फख़र जमान को फॉर्म में ना होने के बावजूद अपने स्क्वॉड में रखा और वर्ल्ड के शुरुआती मैचों में खेलने का मौका भी दिया, लेकिन जब उनका बल्ला नहीं चला तो उन्हें ड्रॉप करके अबदुल्ला शफीक को मौका दिया. शफ़ीक अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं, लेकिन इमाम-उल-हक का बल्ला शांत है. इमाम उल हक ने कुछ अच्छी पारियां खेली है, लेकिन वो सभी कमजोर टीमों के खिलाफ और काफी धीमी स्ट्राइक रेट से आई है. वह लगभग हर बड़े मैच में कम स्कोर पर आउट हो गए हैं, और लगभग उन सभी मैचों में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ता है.


बाबर आज़म की साधारण कप्तानी


बाबर आज़म की साधारण कप्तानी का असर अफगानिस्तान के खिलाफ हुए मैच में भी दिखाई दिया. उनकी कप्तानी का पैटर्न हर मैच में एक जैसा रहा है, जिसकी वजह से विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को हमेशा बाबर आज़म के अगले मूव का पता पहले से रहता है. बाबर आज़म के द्वारा की जाने वाली बॉलिंग चेंग, फील्ड प्लेसमेंट, और डिफेंसिव कप्तानी ने अफगानिस्तान के बल्लेबाजों की खूब मदद की, जिसके कारण पाकिस्तान को हार झेलनी पड़ी.


विकेट लेने वाले गेंदबाजी की कमी


पाकिस्तान टीम हमेशा से गेंदबाजी के लिए जानी जाती है, लेकिन इस वर्ल्ड कप में उनके पास गेंदबाजों की ही कमी है. पाकिस्तान टीम के पास विकेट लेने वाले गेंदबाज नहीं है. एक शाहीन शाह अफरीदी है, जिनसे विकेट की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन उनके अलावा दूसरा कोई भी गेंदबाज विकेट नहीं चटका पाता है. अफगानिस्तान के खिलाफ शाहीन और हसन अली को ही एक-एक विकेट मिला, उनके अलावा कोई दूसरा गेंदबाज एक भी विकेट नहीं चटका पाया.


अच्छे स्पिनर्स की कमी


पाकिस्तान की टीम में अच्छे स्पिनर्स की कमी साफ खल रही है. पाकिस्तान के हर मैच में उनके हार का सबसे बड़ा कारण विकेट लेने वाले स्पिनर्स का ना होना है. भारत की पिच स्पिनर्स के लिए मददगार होती है, और ऐसे में हर टीम के पास विकेटटेकिंग स्पिन गेंदबाज मौजूद है, लेकिन पाकिस्तान की टीम में ऐसा नहीं है. उनके मुख्य स्पिनर शादाब खान, उसामा मिर ने अफगानिस्तान के खिलाफ एक भी विकेट नहीं लिया. पार्ट टाइम स्पिनर इफ्तिख़ार अहमद ने रन रोकने की कोशिश जरूर की, लेकिन विकेट उन्हें भी नहीं मिल पाया. इनके अलावा मोहम्मद नवाज़ भी फॉर्म में नहीं है, जिसकी वजह से अफगानिस्तान के खिलाफ उन्हें नहीं खिलाया गया था. लिहाजा, ये पांच मुख्य कारण है, जिनकी वजह से पाकिस्तान को अफगानिस्तान से भी हार का सामना करना पड़ा.


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