Glenn McGrath IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर ग्लेन मैक्ग्राथ अपने करियर के दौरान कई बार मैच विनिंग परफॉर्मेंस दे चुके हैं. मैक्ग्राथ को वर्ल्ड क्रिकेट के बेहतरीन गेंदबाजों में शामिल किया जाता है. उन्होंने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं, जिन्हें तोड़ना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होगा. मैक्ग्राथ ने विश्व कप 2003 में शानदार बॉलिंग की थी. उनकी वजह से टीम इंडिया और सचिन तेंदुलकर का खिताबी जीत का सपना टूट गया था. मैक्ग्राथ आज 54वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर विश्व कप 2003 के फाइनल की दिलचस्प कहानी पढ़िए.


दरअसल विश्व कप 2003 का फाइनल मैच 23 मार्च को जोहान्सबर्ग में खेला गया. इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 2 विकेट के नुकसान के साथ 359 रन बना दिए. टीम के लिए एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन ओपनिंग करने आए थे. गिलक्रिस्ट ने 48 गेंदों का सामना करते हुए 57 रन बनाए थे. वहीं हेडन 37 रन बनाकर आउट हुए.


इसके बाद कप्तान रिकी पोंटिंग बैटिंग करने पहुंचे. दूसरे छोर पर डेमियन मार्टिन थे. इन दोनों ने ताबड़तोड़ बैटिंग की. पोंटिंग ने 121 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 140 रन बनाए थे. उनकी इस पारी में 4 चौके और 8 छक्के शामिल थे. वहीं मार्टिन ने 84 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 88 रन बनाए. उन्होंने 7 चौके और 1 छक्का लगाया.


ऑस्ट्रेलिया के दिए लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के लिए सचिन और वीरेंद्र सहवाग ओपनिंग करने पहुंचे. मैक्ग्राथ ने यहीं भारतीय फैंस का दिल तोड़ दिया. उन्होंने सचिन को आउट कर दिया. सचिन महज 4 रन बनाकर पवेलियन लौटे. इसके बाद सहवाग ने मामला संभाला. उन्होंने 10 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 84 रन बनाए. राहुल द्रविड़ ने 2 चौकों की मदद से 47 रन बनाए. इनके अलावा कोई भी भारतीय बैटर कुछ खास नहीं कर सका. टीम इंडिया 234 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई. उसे 125 रनों से शिकस्त मिली.


भारतीय पारी के दौरान मैक्ग्राथ काफी अच्छी बॉलिंग कर रहे थे. उन्होंने 8.2 ओवरों में 52 रन देकर 3 विकेट लिए. मैक्ग्राथ ने सचिन के साथ-साथ मोहम्मद कैफ और जहीर खान को भी पवेलियन भेजा था.


यह भी पढ़ें : IND vs ENG 3rd Test: राजकोट टेस्ट से पहले टीम इंडिया के सामने तीन सवाल, कप्तान रोहित को ढूंढने होंगे जवाब