CSK vs DC: आईपीएल 2021 के दूसरे मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले खेलते हुए दिल्ली कैपिटल्स के सामने 189 रनों का विशाल लक्ष्य रखा है. चेन्नई के लिए सुरेश रैना ने 36 गेंदो में सबसे ज्यादा 54 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने तीन चौके और चार छक्के जड़े. वहीं मोईन अली ने 24 गेंदो में 36 रनों की पारी खेली. उन्होंने चार चौके और दो छक्के लगाए. हालांकि, अंत में सैम कर्रन ने 15 गेंदो में ताबड़तोड़ 34 रन बनाए.


बाएं हाथ के धुरंधर बल्लेबाज सुरैश रैना (54) के अर्धशतक और सैम करेन (15 गेंदों पर 34 रन) और रविंद्र जडेजा (17 गेंदों पर नाबाद 26 रन) की विस्फोटक पारी के दम पर चेन्नई सुपर किंग्स ने वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स को 189 रनों का लक्ष्य दिया. चेन्नई ने इस मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रैना के 36 गेंदों पर तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से 54 रन और जडेजा और कर्रन के बीच अंत में सातवें विकेट के लिए 27 गेंदों पर 51 रनों की साझेदारी की बदौलत 20 ओवर में सात विकेट पर 188 रन बनाए. वहीं दिल्ली की ओर से आवेश खान और क्रिस वोक्स ने दो-दो विकेट लिए जबकि रविचंद्रन अश्विन और टॉम कर्रन ने एक-एक विकेट लिया.


इससे पहले, चेन्नई की शुरूआत खराब रही और उसने फाफ डू प्लेसिस का विकेट कुल सात रन के स्कोर पर गंवा दिया. डू प्लेसिस तीन गेंदें खेले खाता खोले बिना आउट हुए. इसके कुछ समय बाद ही टीम के इसी स्कोर पर रुतुराज गायकवाड़ अपना विकेट गंवा बैठे. उन्होंने आठ गेंदों पर एक चौके की मदद से पांच रन बनाए.


शुरुआती झटकों के बाद मोइन अली और रैना ने पारी को संभालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी हुई. हालांकि मोइन अश्विन की गेंद पर शिखर धवन को कैच थमाकर आउट हो गए. मोइन ने 24 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 36 रन बनाए.


यह साझेदारी टूटने के बाद अंबाती रायुडू और रैना ने चौथे विकेट के लिए 63 रन जोड़े लेकिन रायुडू 16 गेंदों पर एक चौके और दो छक्कों की मदद से 23 रन बनाकर चौथे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए.


रैना ने इसके बाद अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन वह रन आउट होकर पवेलियन लौट गए. रैना के आउट होने के तुरंत बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी खाता खोले बिना आवेश की गेंद पर बोल्ड हो गए. धोनी लंबे समय बाद मैदान पर उतरे थे लेकिन इस सीजन के पहले मैच वह बल्ले से करिश्मा नहीं दिखा सके.


अंत के ओवरों में जडेजा और करेन ने ताबड़तोड़ पारियां खेली और टीम को सुखद स्थिति तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. जडेजा चोटिल होने के बाद पहली बार मैदान पर उतरे और उन्होंने बल्ले से अपना जल्वा बिखेरा. कर्रन ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के जड़े जबकि जडेजा ने 17 गेंदों की अपनी पारी में तीन चौके लगाए.