Australia Women vs India Women 2nd T20: भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमों के बीच क्वींसलैंड के कैरारा ओवल में खेले गए दूसरे टी20 में भले ही टीम इंडिया की हार हो गई, लेकिन हर तरफ भारतीय गेंदबाज़ शिखा पांडे की चर्चा हो रही है. दरअसल, शिखा ने इस मैच में एक अद्भुत गेंद फेंकी. शिखा की इस गेंद पर ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हीली बोल्ड हो गईं. पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने शिखा की इस गेंद को 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' कहा है. 


भारत की मध्यम गति की तेज़ गेंदबाज़ शिखा पांडे ने एक बेहतरीन इन स्विंगिंग गेंद पर ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हीली को बोल्ड किया. सोशल मीडिया पर शिखा की इस गेंद का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. हालांकि, भारतीय टीम को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा. टीम इंडिया ने पहले खेलने के बाद 20 ओवर में 9 विकेट पर 118 रन बनाए थे. इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अंतिम ओवर में चार विकेट से जीत दर्ज की.




जानिए बॉल ऑफ द सेंचुरी की पूरी कहानी


04 जून, 1993 को इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला एशेज़ टेस्ट खेल रहे शेन वॉर्न ने कभी नहीं सोचा होगा कि इस दिन को उनकी एक खास गेंद की वजह से जाना जाएगा. इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए सिर्फ 289 रन बनाए थे. जवाब में इंग्लैंड ने शानदार शुरुआत की, लेकिन जैसे ही गेंद वॉर्न के हाथों में आई, वॉर्न ने एक ऐसी गेंद डाली जिसे देखकर दुनिया हैरान रह गई.
गेंद को अक्सर फ्लाइट और स्पिन कराने वाले वॉर्न ने उस दिन इंग्लैंड के बल्लेबाज़ माइक गेटिंग के सामने भी एक लेग ब्रेक गेंद ही फेंकी थी, लेकिन वॉर्न की स्पिन कराने की कला, पिच की नमी और एक तरफ गेंद की शानदार शाइन ने कुछ ऐसा कमाल किया कि गेंद लेग स्टंप पर टप्पा खाई और गेटिंग का ऑफ स्टंप उड़ा दिया.
गेटिंग और वॉर्न के साथ-साथ स्टेडियम में बैठा हर कोई व्यक्ति इस गेंद को देखकर भौचक्का रह गया था। एक्सपर्ट के मुताबिक वॉर्न की यह गेंद लगभग 90 डिग्री से भी ज्यादा स्पिन हुई थी. वॉर्न की इस गेंद के चर्चे हर देश में हुए और बाद में इसे 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' का खिताब दे दिया गया.