Indian Women Shuttlers: बैडमिंटन में भारत की बेटियों ने इतिहास रच दिया. भारतीय महिला टीम शनिवार को बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई. यह पहली बार है जब कोई भारतीय टीम इस इवेंट के फाइनल तक पहुंची है. इससे पहले न तो कोई पुरुष टीम ऐसा कर पाई थी और न ही महिला टीम के हिस्से यह सफलता आई थी.


सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने दो बार की पूर्व चैम्पियन जापान की टीम को 3-2 से हराकर अपना सफर आगे बढ़ाया. इस सेमीफाइनल मुकाबले में सबसे पहले भारत की ओर से वर्ल्ड नंबर-23 रैंकिंग वाली तृषा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी ने डबल्स जीता. फिर वर्ल्ड नंबर-53 रैंकिंग वाली अस्मिता चालिहा ने भारत को सिंगल्स में जीत दिलाई. आखिरी में अनमोल खरब ने निर्णायक सिंगल्स जीतकर भारत को खिताबी भिड़ंत तक पहुंचा दिया.


ऐसा रहा सेमीफाइनल का रोमांच
जापान की टीम इस मुकाबले में अपनी कुछ बड़ी खिलाड़ियों के बिना खेल रही थी. इसके बावजूद उन्होंने अच्छी चुनौती दी. पहले सिंगल्स में पीवी सिंधु को अया ओहोरी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद पहले डबल्स में तृषा और गायत्री की जोड़ी ने नामी मातसुयामा और चिहारू शिडा की जोड़ी को हराकर भारत को 1-1 से बराबरी कराई.






यहां से दूसरे सिंगल्स में अस्मिता ने पूर्व विश्व चैम्पियन नोजोमी ओकुहारा को हराकर उलटफेर किया और भारत को 2-1 से आगे कर दिया. इसके बाद दूसरे डबल्स में पीवी सिंधू ने अश्विनी पोनप्पा के साथ मिलकर रेना मियायूरा और अयाको साकुरामोटो की जोड़ी का सामना किया. लेकिन भारतीय जोड़ी को हार मिली और जापान की टीम 2-2 से बराबरी पर आ गई. 


अब निर्णायक सिंगल्स में अनमोल पर भारत का दारोमदार था. इस बड़े मुकाबले में उन्होंने नातसुकी निडायरा को हराया और भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचा दिया. भारतीय टीम अब फाइनल मुकाबले में थाईलैंड से भिड़ेगी.


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