EV खरीदने से पहले ये चीजें जरूर कर लें चेक, नहीं तो हो जाएगा बड़ा नुकसान
अगर आप इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदने जा रहे हैं तो सबसे पहले अपने इस्तेमाल की जरूरत को समझें. अगर आप रोजाना लंबा सफर करते हैं. तो ज्यादा रेंज वाली EV लेना सही रहेगा. वहीं शहर के अंदर छोटी दूरी तय करने के लिए कम रेंज वाली गाड़ी भी अच्छा ऑप्शन है.
जरूरत के हिसाब से मॉडल चुनना समझदारी है. इसके अलावा चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देना बेहद जरूरी है. यह देखें कि आपके आसपास फास्ट चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध हैं या नहीं. अगर नहीं तो घर पर चार्जिंग सेटअप लगवाने की सुविधा होनी चाहिए.
बिना चार्जिंग की व्यवस्था के EV खरीदना बाद में परेशानी दे सकता है. बैटरी की क्वालिटी और वारंटी सबसे जरूरी होती है. EV का सबसे महंगा पार्ट उसकी बैटरी होती है. इसलिए लंबी वारंटी वाली गाड़ी चुनें. आमतौर पर कंपनियां 6 से 8 साल या फिक्सड किलोमीटर तक बैटरी वारंटी देती हैं.
मेंटेनेंस और सर्विस नेटवर्क भी चेक करें. हर कंपनी का सर्विस सेंटर हर शहर में नहीं होता. EV की सर्विस नार्मल गाड़ियों से अलग होती है. इसलिए ऐसे ब्रांड को चुनें जिसका सर्विस नेटवर्क मजबूत हो जिससे जरूरत पड़ने पर मदद आसानी से मिले.
ईवी खरीदने पर गवर्नमेंट सब्सिडी और प्रोत्साहन देती है इसका फायदा उठाएं. कई राज्यों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर टैक्स में छूट और कैश इंसेंटिव दिए जाते हैं. खरीदने से पहले अपने राज्य की पाॅलिसी चेक लें जिससे आपको सही कीमत पर EV मिल सके.
सबसे जरूरी है कि टेस्ट ड्राइव जरूर लें. इससे आपको गाड़ी की परफॉर्मेंस, कम्फर्ट और हैंडलिंग का अंदाजा मिलेगा. EV खरीदना एक लाॅन्ग टर्म इन्वेस्टमें है. इसलिए जल्दबाजी न करें. सोच-समझकर आराम से कंपेयर करके ही इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदें.