भारत का 1 रुपया इस देश में हो जाता है 150, यहां 100000 लेकर पहुंच गए तो हो जाएंगे मालामाल
मध्य एशिया में स्थित इस देश का नाम है उज्बेकिस्तान. वहां की करेंसी है सोम (UZS). अब यहां के 1 रुपये वहां के 150 सोम के बराबर होते हैं. मतलब अगर वहां पर आप थोड़ी ज्यादा करेंसी लेकर जाते हैं, तो आपको राजा वाला फील आ सकता है.
अब बात करते हैं बड़े आंकड़ों की. अगर आप 1 लाख रुपये लेकर उज्बेकिस्तान जाते हैं, तो वहां आपको मिलेंगे लगभग 1.5 करोड़ सोम. सुनने में जितना जबरदस्त लग रहा है, लेकिन वहां महंगाई इतनी ज्यादा है कि रोजमर्रा का सामान भी बहुत महंगा है.
दरअसल, उज्बेकिस्तान की करेंसी भारतीय रुपये की तुलना में कमजोर है. वहां की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कॉटन, गोल्ड और नेचुरल गैस जैसे संसाधनों पर निर्भर है, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था कहीं ज्यादा मजबूत और विविध है. यही वजह है कि रुपया वहां की करेंसी के मुकाबले काफी ज्यादा वैल्यू रखता है.
भारत से हर साल हजारों लोग उज्बेकिस्तान घूमने जाते हैं, खासकर ताशकंद और समरकंद जैसे ऐतिहासिक शहरों में. वहां की खूबसूरती, पुरानी वास्तुकला और सस्ते बाजार भारतीय पर्यटकों को खूब लुभाते हैं. होटल से लेकर स्ट्रीट फूड तक, हर चीज भारत की तुलना में आधी या एक-तिहाई कीमत में मिल जाती है.
हालांकि, ध्यान देने वाली बात यह है कि भले ही रुपया वहां ज्यादा कीमत रखता हो, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप वहां करोड़पति जैसी जिंदगी जी पाएंगे. उज्बेकिस्तान की स्थानीय अर्थव्यवस्था और बाजार की कीमतें उनके हिसाब से तय होती हैं. फिर भी, भारतीय रुपये की ताकत के कारण वहां ट्रैवल और शॉपिंग करना कहीं ज्यादा किफायती साबित होता है.
उज़्बेकिस्तान में रोजमर्रा की जरूरत की चीजों की कीमतें भारत की तुलना में काफी अलग हैं. रिपोर्ट के अनुसार वहां 1 लीटर दूध करीब 5700 से 6000 उज्बेकिस्तानी सोम (UZS) में मिलता है. शहर और दुकानों के हिसाब से दामों में थोड़ा फर्क देखा जाता है.
वहीं 1 किलो टमाटर लगभग 12,800 सोम, केले करीब 21,300 सोम, 10 अंडे लगभग 7200 सोम और 1 किलो चावल करीब 1400 सोम तक बिकते हैं. इन आंकड़ों से साफ है कि उज्बेकिस्तान में खाने-पीने की चीजें रुपये के हिसाब से सस्ती लग सकती हैं, लेकिन वहां की करेंसी के मुताबिक कीमतें बहुत ज्यादा हैं.