In Pics: दो शंकराचार्यों की अगवानी से गदगद हुई संस्कारधानी, जबलपुर में भव्य स्वागत, लोगों ने की पुष्पवर्षा
जबलपुर में पट्टाभिषेक के बाद नव प्रतिष्ठित शंकराचार्यों स्वामी सदानंद सरस्वती और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का संस्कारधानी जबलपुर में नगर शोभायात्रा निकाल कर भव्य स्वागत किया गया.
पहली बार मध्य प्रदेश पहुंचे दोनों शंकराचार्यों का जबलपुर संस्कारधानी ने भक्ति भाव से स्वागत किया. सांसद राकेश सिंह ने शोभायात्रा में शामिल होकर शंकरचार्यद्वय का पूजन किया.
ब्रह्मलीन जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के उत्तराधिकारी के रूप में नव प्रतिष्ठित शंकराचार्य द्वय श्री द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती और श्री ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के प्रथम नगर आगमन पर रविवार को संस्कारधानी में उनका अभिनंदन किया गया.बड़ी संख्या में लोगों ने पुष्पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया.
इस दौरान संस्कारधानी धर्मम् नजर आई. दमोहनाका से शंकराचार्य द्वय रथ पर सवार होकर निकले, जिनका छोटा फुहारा, मिलौनीगंज, कोतवाली, ओमती, सराफा, बड़ा फुहारा, गंजीपुरा चौक, सुपर मार्केट,मालवीय चौक पर अभिनंदन किया गया.इस दौरान आरती उतारकर आतिशबाजी की गई.
जबलपुर में दोनों शंकराचार्यों की भव्य शोभायात्रा के दौरान सड़कों पर फूलों की बारिश नजर आ/r. द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज और ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज का स्वागत करने के लिए हजारों की तादाद में लोग सड़कों पर उतर आए.जगह-जगह मंच लगाए गए थे,जहां शंकराचार्य की आरती के लिए लोग उमड़ पड़े.
इस मौके पर लोगों का कहना था कि उनके लिए सौभाग्य की बात है कि एक साथ दो शंकराचार्य जबलपुर की धरती पर है.यह शहर के लिए सौभाग्य की बात है. शोभायात्रा का समापन गोलबाजार स्थित शहीद स्मारक में धर्मसभा के रूप में हुआ.
धर्मसभा के दौरान सांसद विवेक कृष्ण तन्खा, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति, पूर्व महापौर स्वाति सदानंद गोडबोले. विधायक लखन घनघोरिया, विनय सक्सेना सहित संतों ने अपने विचार रखे.इस दौरान मंच पर पादुका पूजन किया गया.
कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों ने शंकराचार्य द्वय का अभिनंदन किया. इसके पूर्व सांसद राकेश सिंह, विधायक तरुण भनोत, अशोक रोहाणी ने भी शंकराचार्य द्वय का स्वागत किया.
इस मौके पर कौमी एकता की मिसाल भी नजर आई. शोभायात्रा के दौरान हिंदू मुस्लिम एकता कमेटी ने दोनों शंकराचार्य का भव्य स्वागत किया. इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शंकराचार्य का सम्मान भी किया.महिलाएं भी शंकराचार्य की आरती उतारने के लिए आतुर नजर आई.
आयोजन समिति के प्रमुख ब्रह्मचारी चैतन्यानंद महाराज का कहना है कि आज पूरा शहर शंकराचार्य के दर्शन के लिए उतर आया है.यह शहर के लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है कि दो शंकराचार्य आज आम जनता के बीच में हैं.