In Pics: अंबेडकर जयंती पर महू में राजनीतिक पार्टियों का जमावड़ा, 16 फीसद वोट बैंक को साधने की कोशिश, देखें तस्वीरें
डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर बाबा साहब की जन्मस्थली महू में सभी राजनीतिक पार्टियों के बड़े नेता जुटे. कयास लगाया जा रहा है सभी पार्टियों की नजर दलित वोटों को साधने में थी. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में राजनीतिक पार्टियां जुट चुकी हैं. दलित वोटों को साधने के लिए प्रदेश की बीजेपी सरकार इस बार अंबेडकर जयंती को बड़े पैमान पर मनाती दिखी.
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View In Appइस अवसर को भुनाने में कांग्रेस सहित सभी पार्टियां भी पीछे नहीं रहीं. 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर महू में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगूभाई पटेल, कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल सहित भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर रावण की उपस्थिति रही.
सभी नेताओं का भाषण दलित समाज के उत्थान से भरपूर था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आयोजन का श्रेय लेते हुए कहा कि एक जमाना था महू में स्मारक नहीं था. गर्व है कि स्मारक बनाने का सौभाग्य हमें मिला. हमने डॉ. बाबा साहेब महाकुंभ शुरू किया. हमसे मांग की गई थी कि महू में धर्मशाला या गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाए. इसके लिए रक्षा विभाग ने 3.5 एकड़ जमीन के लिए NOC दे दी है.
जमीन हमने समिति को देने का फैसला किया है. उन्होंने कागज समिति के भंते को सौंपते हुए कहा कि आप निर्माण शुरू कराएं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ भी दलित समाज के वोट को साधते नजर आए. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाबा साहब की मूर्ति के नीचे झूठ बोलते हैं. शिवराज सिंह चौहान सिर्फ घोषणा करते हैं. कमलनाथ ने कहा कि मैं एक बार फिर बोल रहा हूं कि प्रदेश में हमारी सरकार आने पर भोपाल में बाबा साहब का सबसे बड़ा स्मारक बनाएंगे.
समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने कहा की देश में बदलाव हो और देश की जनता बदलाव चाहती है. केंद्र में बीजेपी के सत्ता में रहने पर संविधान को खतरा रहेगा. बाबा साहब के दिए अधिकारों पर खतरा रहेगा. आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल भी बाबा साहब को नमन करते हुए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
कार्यकर्ताओं से उन्होंने बाबा साहेब के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाया. उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर आधुनिक भारत के प्रणेता थे. उनके बताए मार्ग पर चलकर ही देश में सामाजिक समरसता लाई जा सकती है. इस मौके पर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन हमारे कार्यकर्ताओं को टारगेट कर रहा है. मैं प्रशासन से कहना चाहता हूं मोहरे मत बनो. सत्ता बदलेगने पर ये रक्षा नहीं करेंगे.
मैं पुरानी पेंशन को लागू कराने के लिए मध्य प्रदेश में आंदोलन करने की तैयारी कर रहा हूं. गौरतलब है को मध्य प्रदेश में 35 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें है. प्रदेश में 16 फीसद वोट शेयर अनुसूचित जाति का है. 16 फीसद वोट को नजरंदाज नहीं करने का जोखिम लिया जा सकता. 1991 में भी डॉ. भीमराव अंबेडकर की शताब्दी वर्ष पर अटल बिहारी वाजपेयी, राजीव गांधी और काशीराम एक साथ दिखाई दिए थे.
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