Pew Research Report: दुनिया में बंपर बढ़ रही मुसलमानों की आबादी के पीछे है ये बड़ी वजह, ताजा रिसर्च में खुलासा
दुनिया की कुल आबादी 800 करोड़ के पार है. worldometers की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें सबसे ज्यादा जनसंख्या मुस्लिम और ईसाइयों की है, जो 200 करोड़ के पार है. इसकी सबसे बड़ी वजह प्रजनन दर है, जिसकी मदद से ऐसे धर्मों की आबादी लगातार बढ़ रही है. प्यू रिसर्च की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2010 और 2020 के बीच मु्स्लिम की आबादी काफी तेजी से बढ़ी है.
2010 में मुसलमानों में 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों का अनुपात 35% था, जो वैश्विक औसत से अधिक है. इसके विपरीत, यहूदी और बौद्ध समुदायों में वृद्ध लोगों का अनुपात अधिक पाया गया, जिससे उनकी वृद्धि दर धीमी हो गई है.
कुल प्रजनन दर (Total Fertility Rate) वह औसत संख्या होती है, जो किसी महिला के जीवनकाल में जन्मे बच्चों की होती है.
2010-2015 में मुसलमानों की कुल प्रजनन दर 3.1 रही, जबकि ईसाइयों की 2.7 थी. इसके विपरीत, बौद्धों और धार्मिक रूप से असंबद्ध लोगों की प्रजनन दर क्रमशः 1.6 और 1.7 रही.
प्यू रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक साल 2010 से लेकर 2020 के बीच मुस्लिम महिलाओं के औसतन तीन से ज़्यादा बच्चे हैं.
प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, वैश्विक मुस्लिम आबादी का 33% हिस्सा 14 वर्ष से कम आयु का है, जो किसी भी अन्य धर्म से अधिक है.
प्यू की 2010 की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में मुस्लिम प्रवास इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि 2030 तक अमेरिका में 6.2 मिलियन मुस्लिम होंगे, जो 2050 तक बढ़कर 8.1 मिलियन हो जाएंगे.