IAF Fighter Jet: इन देशों के फाइटर जेट से डरती है दुनिया! भारतीय एयरफोर्स की ताकत बढ़ाने में कर रहे मदद
SEPECAT जगुआर एक सिंगल-सीट, स्वेप्ट-विंग, ट्विन-इंजन मोनोप्लेन डिजाइन वाला फाइटर जेट है. इसमें लंबा ट्राइसाइकिल-प्रकार का रिट्रैक्टेबल लैंडिंग गियर है लगा हुआ है. इसे ब्रिटिश रॉयल एयर फ़ोर्स और फ्रेंच एयर फ़ोर्स ने मिलकर तैयार किया है. शमशेर के नाम से भी जाना जाने वाला SEPECAT जगुआर फाइटर जेट IAF को प्राथमिक जमीनी हमले वाले विमान के रूप में काम करता है.
राफेल एक अत्याधुनिक मल्टीरोल फाइटर जेट है, जो भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में अत्यधिक महत्व रखता है. भारतीय वायु सेना (IAF) में शामिल राफेल उन्नत सुविधाओं और लड़ाकू क्षमताओं की एक बड़ी रेंज का हिस्सा है. ट्विन स्नेक्मा M88-2 आफ्टरबर्निंग टर्बोफैन इंजन से चलने वाला राफेल असाधारण गति, गतिशीलता और रेंज देता है. ये फ्रांस से खरीदा हुई फाइटर जेट है.
सुखोई Su-30MKI फाइटर जेट का इस्तेमाल भारतीय वायु सेना (IAF) करती है. ये फाइटर जेट रूस का है. ये IAF में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इस फाइटर जेट में लंबी दूरी की मारक क्षमताएं है और हवा से हवा में लड़ाई करने में माहिर है.
मिराज 2000 भारतीय वायु सेना (IAF) में इस्तेमाल किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण लड़ाकू जेट है, जो भारत की रक्षा क्षमताओं में महत्वपूर्ण योगदान देता है. मिराज 2000 एक बहुमुखी लड़ाकू विमान के रूप में काम करता है.भारत के मिराज 2000 बेड़े को मिराज 2000-5 एमके 2 मानक में अपग्रेड किया गया है. ये फ्रांस की फाइटर जेट है.
HAL तेजस एक स्वदेशी लड़ाकू जेट है, जो भारतीय वायु सेना (IAF) के संचालन में अत्यधिक महत्व रखता है. हल्के बहुउद्देशीय विमान के रूप में तेजस रक्षा विनिर्माण में भारत की तकनीकी प्रगति और आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करता है. ये भारत में बनाया गया फाइटर जेट है.
मिग-29, एक फेमस फाइटर जेट है. ये भारतीय वायु सेना (IAF) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाता है. ये फाइटर रूस का है. ट्विन क्लिमोव आरडी-33 आफ्टरबर्निंग टर्बोफैन इंजन से सुसज्जित, मिग-29 असाधारण गति और गतिशीलता का सबूत है.
मिग-21 फाइटर जेट, जो चार दशकों से अधिक समय से भारतीय वायु सेना के फ्रंट-लाइन हमले के प्रदर्शन का हिस्सा रहा है. ये सबसे अधिक युद्ध अनुकूल लड़ाकू जेट में से एक माना जाता है, जिसने युद्धों के दौरान अपने देशों के पक्ष में कई हवाई युद्धों का रुख मोड़ दिया है. ये सोवियत यूनियन के समय का है.