जब Mayawati ने ठुकरा दिया था Lalu Prasad Yadav का ऑफर, कहा था- जब तक BJP की सरकार है, नहीं जाऊंगी संसद
मायावती चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही हैं. वह लोकसभा और राज्यसभा की सदस्य भी रही हैं. साल 2017 में मायावती ने बतौर सांसद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था. फिलहाल वह किसी भी सदन की सदस्य नहीं हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017 में जब मायावती ने इस्तीफा दिया था तब राजद के लालू प्रसाद ने उन्हें राज्यसभा भेजने का वादा किया था.
कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि साल 2018 में राज्यसभा चुनाव के दौरान लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने मायावती को राजद कोटे से राज्यसभा सीट ऑफर की थी.
बिहार के डिप्टी सीएम रहे तेजस्वी यादव ने मायावती से तब कहा था कि पापा ने आपसे वादा किया था. सीट खाली हुई है. आरजेडी अपना वादा निभाना चाहती है.
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि तब तेजस्वी यादव ने मायावती से कहा था कि संसद में वंचितों की आवाज उठाने वाला कोई नहीं रहा, उसकी भरपाई आप चाहें तो कर सकती है.
मायावती ने यह ऑफर ठुकरा दिया था. तब उन्होंने तेजस्वी से कहा था कि लालू जी और आरजेडी ने मेरे बारे में इतना सोचा यह आप लोगों का बड़प्पन है.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ये कहते हुए मना दिया कि जब तक केंद्र में बीजेपी की सरकार है तब तक पार्लियामेंट नहीं जाऊंगी.