दिल्ली से लेकर कोचिंग और AAP सरकार पर ये क्या बोल गए विकास दिव्यकीर्ति! हादसे के बाद आया बड़ा बयान
जाने-माने टीचर और मेंटर डॉ विकास दिव्यकीर्ति का मानना है कि दिल्ली के इलाके सैचुरेट हो चुके हैं. यहां एक साल में जितने बच्चे आते हैं, उतने वापस नहीं जाते.
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने आगे जोर देते हुए बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंफ्रास्ट्रक्चर (आधारभूत ढांचा) भी सीमित है. फिलहाल वह सैचुरेशन के स्तर पर है.
समस्या के हल का जिक्र करते हुए टीचर ने कहा कि सरकार कोई बड़ा इलाका (कोचिंग हब आदि के लिए) तय कर दे तो यह समस्या स्थाई रूप से हल हो सकती है.
कोचिंग हादसे के बाद शुरू हुए आरोप-प्रत्यारोप (दिल्ली सरकार और एलजी के बीच) पर विकास दिव्यकीर्ति बोले कि दिल्ली का प्रशासनिक ढांचा सबसे अनोखा है.
दृष्टि आईएएस के फाउंडर बोले, दिल्ली में प्रशासनिक ढांचा देश में सबसे अनोखा है. जो सीएम और एलजी के बीच जिम्मेदारी का बंटवारा है, वह बड़ा ही अस्पष्ट है.
डॉ विकास दिव्यकीर्ति ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है, उसके बाद उसपर ऑर्डिनेंस आया तो यह खींचतान हुई. दुर्भाग्य है कि इस वजह से चीजें फंस जाती हैं.
शिक्षक के अनुसार, मेरी रुचि इसमें कम है कि पावर सीएम के पास अधिक है या एलजी के पास है. मैं चाहता हूं कि समाधान निकल जाए और चीजें ठीक हो जाएं.