Vikas Divyakirti: वो कौन सी है बात, जो कोचिंग में स्टूडेंट्स को सबसे पहले डॉ.विकास दिव्यकीर्ति कर देते हैं साफ?
आईएएएस और आईपीएस बनने का सपना देखने वालों को डॉ.विकास दिव्यकीर्ति ने आगाह किया है कि जरूरी नहीं है कि तैयारी करने वाले चुने जाएं.
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में विकास दिव्यकीर्ति ने साफ किया कि वह जब भी क्लास लेते हैं तब बच्चों से एक बात जरूर स्पष्ट कर देते हैं.
दृष्टि आईएएस के संस्थापक बोले कि वह ओरिएंटेशन क्लासेज़ में हर बार बच्चों को क्लियर कर देते हैं कि ऐसा जरूरी नहीं है कि वे आईएएस बन ही जाएंगे.
विकास दिव्यकीर्ति के मुताबिक, मैं स्टूडेंट्स को बताता हूं कि 12 लाख लोग फॉर्म भरेंगे, जिनमें से पांच लाख प्रिलिम्स देंगे और एक लाख सीरियस होंगे.
जाने-माने टीचर और मेंटर ने आगे बताया कि एक लाख गंभीर बच्चों में से आगे एक हजार बच्चों को सेलेक्ट किया जाता है पर सेलेक्शन की गारंटी नहीं होती.
डॉ विकास दिव्यकीर्ति बोले कि फिर भी कोई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाला कोचिंग सेंटर/इंस्टीट्यूट कहता है कि वह करा देगा तो सवाल उठता है.
सवालिया लहजे में विकास दिव्यकीर्ति ने आगे बताया कि ऐसे कोचिंग केंद्र यह क्यों नहीं बताते कि उनका खुद का क्यों नहीं हुआ? ऐसा में यह बात सरासर झूठ है.